G20 Summit: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति रविवार सुबह दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे। जी-20 समिट में शामिल होने आए ऋषि सुनक ने अपने इस दौरे को लेकर एक दिन पहले ही सूचना दी थी। अपने ‘हिंदू’ जड़ों पर गर्व जताते हुए सुनक ने शनिवार को उम्मीद जताई थी कि जी-20 शिखर सम्मेलन के बीच उन्हें भारत में एक मंदिर का दौरा करने का समय मिल सके। बताया जा रहा है कि सुनक मंदिर में एक घंटे तक रहेंगे।

ऋषि सुनक के मंदिर की यात्रा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने मंदिर परिसर और आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि उनकी इस यात्रा को देखते हुए हमने आसपास काफी सुरक्षा बढ़ा दी है।

ब्रिटिश पीएम इससे पहले शनिवार को पीएम मोदी की तारीफ की थी। सुनक ने कहा था कि उनके मन में पीएम मोदी के लिए “अत्यधिक सम्मान” है और वह जी20 को भारी सफलता दिलाने में उनका समर्थन करने के इच्छुक हैं।

ऋषि सुनक ने एक दिन पहले मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मुझे हिंदू होने पर गर्व है। मेरा पालन-पोषण इसी तरह हुआ है और मैं ऐसा ही हूं। उम्मीद है कि जब मैं अगले कुछ दिनों तक यहां रहूंगा तो मैं मंदिर जा सकता हूं। हमने हाल ही में रक्षाबंधन मनाया था।’

अक्षरधाम मंदिर में क्या है खास?

अक्षरधाम मंदिर भगवान स्वामीनारायण का मंदिर है। यह साहित्यिक-सांस्कृतिक स्थान है। इस मंदिर को स्वामीनारायण अक्षरधाम के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में लाखों हिंदू साहित्यों, संस्कृतियों और कलाकृतियों की मनमोहक झलक देखने को मिलती है। यमुना नदी के तट पर स्थित यह मंदिर वास्तु शास्त्र और पंचरात्र शास्त्र के अनुसार बना हुआ है। यहां अभिषेक मंडप, सहज आनंद वॉटर शो, थीम गार्डन और तीन प्रदर्शनी (सहजआनंद दर्शन, नीलकंठ दर्शन और संस्कृति दर्शन) लोगों को आकर्षित करती हैं।

दिल्ली जी20 लीडर्स घोषणा पत्र सभी ने जताई सहमति

वहीं G20 समिट के पहले दिन नई दिल्ली जी20 लीडर्स घोषणा पत्र पर सभी देशों की सहमति हो गई। इस घोषणा पत्र को लेकर G20 शेरपा की बैठक में 150 घंटे तक चर्चा हुई। इसमें रूस के विदेश मंत्री की मौजूदगी के बावजूद यूक्रेन युद्ध का जिक्र है। रूस के समर्थक कई देशों के होने के बावजूद यूक्रेन युद्ध का जिक्र है। रूस और उसके समर्थक देशों की मौजूदगी में यूक्रेन युद्ध की निंदा की गई। पश्चिमी देशों और रूस के बीच भारत ने मध्यस्थता की जो कोई नहीं कर पाया।