देश की राजनीति में इस समय दो कार्यक्रम चर्चा का विषय बने हुए हैं। एक तरफ जी20 समिट को लेकर राजधानी पूरी तरह तैयार दिख रही है तो दूसरी तरफ 18 से 22 सितंबर को संसद का विशेष सत्र भी शुरू होने जा रहा है। अब इन दो बड़े सियासी कार्यक्रमों से पहले मोदी सरकार की एक अहम बैठक होने जा रही है। ये बैठक सात सितंबर को शाम साढ़े चार बजे की जाएगी।

बैठक के क्या हैं मायने?

बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मंत्री परिषद की बैठक सात सितंबर को करने जा रहे हैं। इस बैठक में सभी मंत्रियों के साथ मंथन किया जाएगा। अभी तक बैठक का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन टाइमिंग की वजह से तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। ये सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलने वाला है।

संसद के विशेष सत्र में क्या होगा?

उस सत्र के तीन उदेश्य बताए जा रहे हैं- पहला महिला आरक्षण बिल, दूसरा- यूनिफॉर्म सिविल कोड और तीसरा- एक देश एक चुनाव। अब ये तीनों ही बिल काफी अहम हैं, संविधान से लेकर सियासत तक पर सीधा असर रखते हैं। वहीं इस समय क्योंकि चुनावी मौसम चल रहा है, ऐसे में इन कदमों से फायदे-नुकसान भी होने जा रहे हैं। अभी तक सरकार की तरफ से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन अटकलें तेज हैं कि सरकार एक देश एक चुनाव को लेकर खासा गंभीर है।

जी20 में किन मुद्दों पर होगी चर्चा?

इसी कड़ी जी20 समिट को लेकर भी राजधानी में गतिविधियां तेज कर दी गई हैं। एक तरफ भारत सरकार विश्व के सभी बड़े नेताओं के स्वागत के लिए एकदम तैयार दिख रही है। कई मुद्दों पर दुनिया के नेताओं के साथ चर्चा होने जा रही है। इस लिस्ट में शहरीकरण, साफ हवा और हेल्थ सेक्टर पर सबसे ज्यादा जोर दिया जाएगा। शहरीकरण इस समय सभी विकासशील देशों में एक बड़ी समस्या है। ऐसे में नए इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए फंड्स कैसे जुटाए जाएं, इसमें ये समिट अहम भूमिका निभाने जा रहा है।

इसके अलावा भारत का इस बार फोकस रिन्यूएबल एनर्जी के इस्तेमाल पर भी रहने वाला है। ये नहीं भूलना चाहिए कि दुनिया कई देशों ने पेरिस समझौते के तहत रिन्यूएबल एनर्जी की तरफ शिफ्ट होने की कसम खा रखी है, कई कदम इस दिशा में उठाए भी गए हैं।