G20 समिट के मद्देनजर केंद्र और दिल्ली सरकार अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी है। राजधानी में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। जी20 समिट के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने पांच सरकारी अस्पतालों और तीन प्राइवेट स्वास्थ्य केंद्रों को ‘हाई अलर्ट’ पर रखा गया है। अरविंद केजरीवाल सरकार में हेल्थ मिनिस्टर सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा दिल्ली के हेल्थ विभाग ने डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के 80 दल बनाए हैं जो होटलों में ठहरने वाले अतिथियों की सेवा में रहेंगे। दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सौरभ भारद्वाज ने 9-10 सितंबर को आयोजित होने वाले सम्मेलन के मद्देनजर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने के लिए दिल्ली सचिवालय में बैठक बुलाई है।
उन्होंने कहा कि G20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य देखभाल व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पांच प्रमुख सरकारी अस्पतालों और तीन प्राइवेट अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है। उन्होंने कहा कि इनमें मुख्य रूप से लोक नायक अस्पताल, GB पंत अस्पताल, GTB अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल और बाबासाहेब आम्बेडकर अस्पताल हैं। प्राइवेट अस्पतालों में प्राइमस अस्पताल चाणक्यपुरी, मैक्स अस्पताल साकेत, और मणिपाल अस्पताल द्वारका हैं।
G20 के दौरान कर्मचारियों को वेतन के साथ अवकाश दें- दिल्ली सरकार
दिल्ली सरकार ने नई दिल्ली जिले में दुकानों, व्यवसायों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को निर्देश दिया है कि वे जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अपने कर्मचारियों और श्रमिकों को सवैतनिक अवकाश दें। दिल्ली सरकार ने एक अधिसूचना जारी कर राष्ट्रीय राजधानी में 8-10 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन प्रगति मैदान में नवनिर्मित सभागार में आयोजित होगा। पिछले हफ्ते सरकार ने नयी दिल्ली जिले में बैंकों, वित्तीय संस्थानों और वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को बंद करने की घोषणा की थी। (भाषा)