जी20 के लिए दिल्ली सजकर तैयार है। इन तैयारियों को लेकर इन दिनों श्रेय लेने की होड़ चल रही है। शनिवार को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने ‘जनसत्ता’ से बातचीत में जी20 की तैयारियों और अपने कामकाज को लेकर अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि ‘दिल्ली अब जी20 आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार है। बतौर उपराज्यपाल मैंने अपना काम किया है। बीते नौ साल में दिल्ली सरकार ने एक साल भी इतनी मेहनत की होती तो आज दिल्ली की सूरत बदल जाती।’
दिल्ली में हो रहा निर्माण स्थायी तौर पर बना रहेगा
उपराज्यपाल ने कहा कि सभी के काम करने का अलग तरीका होता है। जी20 की तैयारियों के दौरान एक व्यापक व्यवस्था के तहत एनएचएआइ, एअरफोर्स, सीपीडब्लूडी समेत अन्य विभागों की मदद से दिल्ली में काम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली का यह सौंदर्य आगे भी बरकरार रखा जाएगा। इसके लिए सभी संबंधित एजंसियों ने अभी से ही अनुबंध किए हैं। जो अब तक हुए कामकाज की सीधी निगरानी करेंगी। ये सुंदरीकरण केवल जी20 आयोजन तक ही सीमित नहीं रहेगा।
सबसे बड़ी चुनौती थी कचरा हटाना
उपराज्यपाल ने कहा कि जी20 की तैयारियों के बीच सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण कार्य कचरा खत्म करना था। पूरे क्षेत्र से 50 हजार टन मलबा हटाया गया। इसके बाद जो जगह बनी उसके सौंदर्यीकरण के लिए फव्वारे और प्रतीक चिह्न लगाए गए। ताकि विदेशी मेहमानों के सामने दिल्ली का सुंदर चेहरा पेश किया जा सके।
अधिक खर्च सीएसआर से हुआ
आम आदमी पार्टी ने हाल में दावा किया था कि सौंदर्यीकरण के लिए धनराशि दिल्ली सरकार द्वारा खर्च की गई है। इस बारे में पूछने पर उपराज्यपाल ने बताया कि यह सत्य नहीं है। उन्होंने कहा कि जी20 के कामों पर कोई करोड़ों रुपए खर्च नहीं किए गए हैं। हकीकत यह है कि इसके लिए कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर फंड) का अधिक इस्तेमाल किया गया है। एनडीएमसी द्वारा इस आयोजन में 60 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उपराज्यपाल ने जी20 की तैयारियों में लगे अधिकारियों तथा सभी एजंसियों के कठिन परिश्रम और उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जी20 के आयोजन के लिए अब दिल्ली तैयार है।
शिवलिंग में उन्हें भगवान दिखते हैं तो अच्छा है। शिवलिंग विवाद पर एक सवाल के जवाब में उपराज्यपाल ने कहा कि जिसे वे (आप) ‘शिवलिंग’ कह रहे हैं वह मूर्तिकार की कल्पना है। देश के कण-कण में भगवान हैं, अगर उन्हें इसमें भगवान दिखते हैं तो ये अच्छा है, लेकिन मैं इसे केवल एक कलाकृति के तौर पर देखता हूं। मैं दूसरों के मत पर टिप्पणी नहीं करता। ज्ञात हो कि इस मामले में आम आदमी पार्टी ने पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई थी और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था।