प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात हो गई है। कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई है, व्यापार पर भी गहन मंथन हुआ है। बड़ी बात ये है कि दोनों ही नेताओं की मुलाकात काफी गर्मजोशी से भरी रही। एक वीडियो सामने आया है जिसमें पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन साथ में चल रहे हैं, हाथ मिला रखा है और चेहरे पर मुस्कान है।

पीएम मोदी ने भी उस मुलाकात को लेकर ट्वीट किया कि राष्ट्रपति बाइडेन का स्वागत कर बहुत खुश हूं। हमारी मीटिंग सार्थक रही। हमने कई मुद्दों पर चर्चा की, भारत-अमेरिका के रिश्ते कैसे मजबूत हों, इस पर बात हुई। दुनिया में खुशहाली के लिए भारत और अमेरिका की दोस्ती ऐसे ही कायम रहेगी।

भारत को क्या-क्या मिला?

बताया जा रहा है कि मुलाकात के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पीएम मोदी को चंद्रयान 3 के लिए बधाई दी। उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की कि भारत ने पहली बार चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करकर दिखाया है। इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच क्वाड को लेकर भी चर्चा की गई। पिछले कुछ सालों में जिस तरह से ये संगठन मजबूत होता चला गया है, उस पर संतोष भी जाहिर किया गया और आगे की रणनीति पर भी चर्चा हुई।

राष्ट्रपति बाइडेन के साथ हुई इस मुलाकात ने भारत को भी काफी कुछ दिया है। अमेरिका ने ऐलान कर दिया है कि भारत में अगले पांच सालों में 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया जाएगा। इसके अलावा UNSC पर भारत की स्थाई सदस्यता के लिए अमेरिका ने अपनी तरफ से पैरवी कर दी है। ये वो मुद्दा है जो कई सालों से अटका हुआ है, चीन द्वारा लगातार बांधा डाली जा रही है।

बताया जा रहा है कि चर्चा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक गई थी। दोनों ही नेता ने इस बात को स्वीकार किया कि एआई के जरिए भी दोनों देश काफी एक दूसरे का सहयोग कर सकते हैं। इस बात पर जोर दिया गया कि एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार किया जाए जहां पर सुरक्षित, लचीली टेक्नोलॉजी का आसानी से आदान-प्रदान हो सके।

रक्षा सौदे कौन से हुए?

बताया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच कुछ रक्षा सौदे भी हुए हैं। अमेरिका भारत को आने वाले सालों में 31MQ-9B आर्म्ड ड्रोन्स देने वाला है। इसके अलावा अगले साल होने वाले क्वाड सम्मेलन के लिए पीएम मोदी ने भी अपनी तरफ से जो बाइडेन को न्योत दे दिया है। यानी कि कुल मिलाकर बाइडेन-मोदी की ये द्विपक्षीय मुलाकात काफी अहम रही और भारत और अमेरिका की दोसती को नया आयाम देने वाली भी साबित हुई।