अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले बीजेपी राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी एक बार फिर से सुर्खियों में है। स्वामी ने अपनी ही पार्टी को अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि गुरुवार तक  अमित मालवीय को बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख पद से हटाया जाए। हाल ही मे स्वामी ने मालवीय पर उनके खिलाफ भ्रामक ट्वीट्स के जरिए कैंपेन चलाने का आरोप लगाया था।

उन्होंने एक प्रस्वात बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने रखा है और कहा कि अगर अमित मालवीय को नहीं हटाया जाता है तो इसका मतलब यह है कि पार्टी उनका बचाव नहीं करना चाहती है। स्वामी का कहना है कि अगर पार्टी में ऐसा कोई फोरम नहीं है जहां मैं अपनी राय रख सकूं तो मुझे ही खुद को डिफेंड करना होगा।

गौरतलब है कि दिवंगत नेता सुषमा स्वराज और मौजूदा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी आईटी सेल की आलोचना के शिकार हो चुके हैं। साल 2018 में सुषमा स्वराज ने एक ट्वीट में लिखा था कि मैं भारत से बाहर थी और मेरी गैर मौजूदगी में जाने क्या हुआ। मुझे लेकर कई ट्वीट्स किए गए जिन्हें मैं साझा कर रही हूं। ऐसा तब हुआ था जब एक अंतरजातीय दंपति को परेशान करने को लेकर सुषमा स्वराज ने पासपोर्ट ऑफिस के कर्मचारियों को  फटकार लगाई थी। इसके अलावा साल 2017 में जब राजनाथ सिंह ने कश्मीर और कश्मीरियत को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी थी तब भी उन्हें लेकर कुछ ट्वीट किए गए थे।

बता दें कि कई ऐसे मौके आए हैं जब सुब्रमण्यम स्वामी ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है। हाल ही में उन्होंने नीट और जेईई परीक्षा को लेकर भी सरकार के मत से अलग विचार रखे थे। मौजूदा  मामले को लेकर स्वामी ने कहा कि  अगर मेरे प्रशंसक ऐसा करने पर उतरे तो इसका जिम्मेदार मैं नहीं रहूंगा, जैसे मुझपर हमला करने के लिए भाजपा को जिम्मेदार नहीं ठहाराया जा सकता।