कृषि कानून पर किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच विवाद जारी है। भीषण सर्दी के बीच भी किसान दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर पिछले करीब एक महीने से जमे हैं। हालांकि, इस दौरान उनके रहने और खाने के इंतजाम के लिए संस्थाएं भी आगे आ रही हैं। टिकरी बॉर्डर पर तो अब खालसा एड इंडिया नाम के एक एनजीओ ने किसान मॉल खोल दिया है। इस मॉल की खास बात यह है कि इसमें किसानों की जरूरत का सभी सामान उपलब्ध है और वह भी बिल्कुल मुफ्त।
बताया गया है कि टिकरी बॉर्डर पर किसान मॉल ने बुधवार से सेवाएं शुरू कीं। इसमें पहले ही दिन 350 से ज्यादा लोग सामान लेने पहुंच गए। खालसा एड के हिंद-प्रशांत क्षेत्र के निदेशक अमरप्रीत सिंह ने बताया कि यह मॉल हर दिन सुबह 9 से शाम 5 बजे तक खुल रहा है और इसकी रैक में टूथब्रश, टूथपेस्ट, साबुन, तेल, शैंपू, वैसलीन, कंघे, मफ्लर, हीटिंग पैड्स, थर्मल सूट, शॉल और ब्लैंकेट सब मौजूद हैं। कहने को तो ये मॉल है, लेकिन इसकी रैक में रखे सभी आइटम मुफ्त हैं।
Delhi: Khalsa Aid has set up Kisan Mall at Tikri border to provide items of daily use for free to farmers.
“We distribute tokens to farmers with which they can procure items from here,” says Guru Charan, store manager.(24.12) pic.twitter.com/imZ0Aq1h0O
— ANI (@ANI) December 24, 2020
अमरप्रीत का कहना है कि अभी 20 वॉलंटियर प्रदर्शनकारियों से उनकी जरूरत के सामान पर राय ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं से उन्हें जरूरत के सामान की कई मांगें मिली हैं। इसलिए वे इनकी उपलब्धता जल्द सुनिश्चित कराने की कोशिश करेंगे। अमरप्रीत ने कहा कि सिंघु बॉर्डर पर फिलहाल कोई मॉल खोलने की योजना नहीं है।
गौरतलब है कि किसानों ने केंद्र सरकार से मांग रखी है कि वह किसी भी तरह की बातचीत के लिए पहले तीनों कानूनों को रद्द करे, वहीं सरकार का कहना है कि वह किसानों द्वारा बताए गए जरूरी प्रावधान करने के लिए तैयार है, लेकिन कानून वापस नहीं होंगे। इस बीच हाल ही में विरोध स्थलों पर मसाज पार्लर और जिम के साथ पिज्जा स्टॉल की फोटो सामने आईं, जिन पर जमकर विवाद हुआ। हालांकि, पहले ही कई किसान समर्थक संस्थाएं किसानों को ऐसी सुविधा मुहैया कराने की बात कह चुकी हैं।
