फ्रांस की राजधानी पेरिस में चार दिन से दंगे जारी हैं और अब तक 1300 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस द्वारा एक किशोर की गोली मारकर हत्या के बाद यहां बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। इस बीच फ्रांस में फैली अशांति को काबू में करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग उठ रही है।

यूरोप के जाने माने डॉक्टर और प्रोफेसर एन.जॉन कैम ने भारत से एक मांग करते हुए एक ट्वीट किया है। प्रोफेसर एन.जॉन कैम ने कहा है कि फ्रांस में दंगों से निपटने के लिए भारत को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वहां भेजना चाहिए। प्रोफेसर को विश्वास है कि 24 घंटे के भीतर ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दंगे को शांत कर देंगे।

दंगाइयों से निपटने के लिए सीएम योगी

प्रो कैम ने मुख्यमंत्री योगी के बुलडोजर एक्शन की भी सराहना की और कहा कि दंगाइयों से निपटने के लिए इससे अच्छी कोशिश नहीं हो सकती। प्रोफेसर एन जॉन यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से जुड़े हैं और कार्डियोलॉजी की दुनिया में एक जाना-माना नाम हैं। वह यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी का अहम हिस्सा भी हैं।

France Riots: अब तक 1300 से ज्यादा गिरफ्तार

गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से फ्रांस दंगों के आग में जल रहा है। 27 जून 2023 को ट्रैफिक पुलिस ने अल्जीरियाई मूल के 17 वर्षीय नाहेल एम को गोली मार दी थी, जिसके विरोध में दंगा भड़क उठा था। किशोर की हत्या के बाद यहां बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स लगाकर सड़कों को रोक दिया, आगजनी की और पुलिसकर्मियों पर बम के गोले फेंके।

पुलिस ने बेकाबू भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें डालीं। फ्रांस के गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि पुलिस की गोलीबारी में 17 वर्षीय एक किशोर की मौत के बाद चौथी रात व्यापक विरोध प्रदर्शन के दौरान देशभर में 1,311 लोगों को गिरफ्तार किया गया। सरकार ने हिंसा रोकने के लिए देश भर में 45,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। रातभर युवा प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भिड़ंत हुई। विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने करीब 2,500 दुकानों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प की घटनाओं में 200 पुलिस अधिकारी घायल हो गए।

फ्रांस के राष्ट्रपति ने की अपील

वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रदर्शनकारियों से घर पर रहने का आग्रह किया है। उन्होंने देशभर में फैले दंगों को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर बैन लगाने का भी प्रस्ताव रखा। राष्ट्रपति ने कहा कि स्नैपचैट और टिकटॉक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने हिंसात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर संवेदनशील सामग्री हटाने के लिए सरकार कंपनियों के साथ काम करेगी।