सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज और प्रेस काउन्सिल ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने भारत और पाकिस्तान के सैनिकों को लताड़ लगाई है और उन्हें मूर्ख करार दिया है। भारत-पाकिस्तान के सैनिकों के बीच शनिवार-रविवार (19-20 अक्टूबर) को हुई झड़प और दोनों तरफ से हुए जान माल के नुकसान को जस्टिस काटजू ने दुखद करार दिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, “मूर्ख लोगों, क्या तुम्हें नहीं पता कि भारत और पाकिस्तान वास्तविकता में एक ही देश है। केवल अस्थाई तौर पर बंटवारा हुआ है जो फिर से एकीकरण के लिए कटिबद्ध है। जिन लोगों ने हमलोगों का बंटवारा किया है, वे लोग अभी भी हम लोगों को एक-दूसरे से लड़ा रहे हैं। जैसे एक मदारी या कठपुतली नचाने वाले कठपुतलियों को नचाता है। इसलिए मूर्खों तुम जब भी एक दूसरे को मारते हो, इसका मतलब होता है कि तुम अपने आप को मारते हो।”

जस्टिस काटजू ने पहली बार ऐसा बयान नहीं दिया है। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कहा था कि हमारी आर्मी फेक है और अमेरिका-चीन की तरह आत्मनिर्भर नहीं है। काटजू ने तब राफेल जेट लड़ाकू की रक्षा मंत्री द्वारा पूजा किए जाने पर भी टिप्पणी की थी। अपने लेख में पूर्व जस्टिस कहते हैं, “मैं अपनी बात रखना चाहूंगा कि एक ऐसा सैनिक जिसका देश अपना हथियार नहीं बना सकता, वह एक नकली सैनिक है। वास्तव में सैनिक नहीं है और उस दृष्टिकोण से भारतीय सेना नकली है।

पिछले महीने भी काटजू ने न्यूज़ वेबसाइट पंजाब टुडे में अपना ओपिनियन लिखते हुए देश को चेताया था कि संभल जाओ इंडिया, बुरे दिन आने वाले हैं। काटजू ने अपने इस लेख में मौजूदा दौर की हिटलर के शासनकाल से तुलना की थी। उन्होंने लिखा था कि आज भारत में वैसा ही कुछ हो रहा है जो कभी नाजी युग के दौरान जर्मनी में हुआ था।

जस्टिस काटजू के ट्वीट का स्क्रीनशॉट।

बता दें कि पाकिस्तान की ओर से अकारण की गई गोलीबारी के जवाब में भारतीय सेना ने रविवार को पाक अधिकृत कश्मीर में नीलम घाटी स्थित कम से कम चार आतंकी शिविरों और पाक सेना के कई ठिकानों पर भीषण हमला किया, जिसमें छह पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई और खबर है कि बड़ी संख्या में आतंकवादी मारे गए। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। इस बीच, एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि भारत की कार्रवाई में कम से कम 20 आतंकवादी मारे गए। उन्होंने कहा यह आंकड़ा बढ़ सकता है। जवाबी कार्रवाई ऐसे समय की गई जब शनिवार शाम पाकिस्तान की गोलीबारी में भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए और एक आम नागरिक मारा गया।

(भाषा इनपुट्स के साथ)