वरिष्ठ भाजपा नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को 1.21 लाख रुपए के बिजली बिल का भुगतान कर दिया। यह बकाया उनके विदिशा स्थित किराए के आवास पर था। पूर्व सीएम ने हाल ही में किसानों से कहा था कि वो अपने बढ़े हुए बिजली बिलों का भुगतान नहीं करें। दरअसल बीते रविवार को शिवराज बाढ़ प्रभावित नीमच और मंदसौर जिलों में पहुंचे, जहां उन्होंने दावा किया कि किसानों को बढ़े हुए बिल भेजे जा रहे हैं। उन्हें रिकवरी नोटिस भी भेजे गए। किसानों के एक प्रदर्शन में पहुंचे भाजपा नेता कहा, ‘अपने बिजली बिलों का भुगतान ना करें और जो बिल लेकर आपके घर पहुंचें झाड़ू से उनका स्वागत कीजिए।’ किसान जिलों में भारी बारिश के चलते बर्बाद हुई फसल का मुआवजा मिलने में देरी पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
इसी बीच शिवराज चौहान पर जवाबी हमला करते हुए सोमवार को विदिशा से कांग्रेस विधायक शाशांक भार्गव ने दावा किया कि भाजपा नेता विदिशा के ही शेरपुरा में अपने किराए के घर के बिजली बिल का भुगतान ही साल 2013 से ही नहीं कर रहे थे। इस घर का बिजली कनेक्शन लीला बाई के नाम पर है।
भार्गव ने कहा, ‘पूर्व सीएम पिछले 25 सालों से इस घर में रह रहे हैं। उन्होंने प्रदेश का मुख्यमंत्री रहते अपने पद का गलत इस्तेमाल किया और साल 2013 से निरंतर अपने विदिशा स्थित ऑफिस में बिजली की सप्लाई कराई। इस बीच बिल का भुगतान नहीं किया गया। ऐसे में अगर कोई उपभोक्ता बिजली बिल का भुगतान नहीं करता तो बिजली वितरक कंपनी तुरंत नोटिस जारी कर देती है और बिलजी कनेक्शन काट दिया जाता है। मगर शिवराज चौहान के मामले में अथॉरिटी ने अपनी आंखें मूंदें रखीं। ऐसे में बिजली वितरक कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए।’
कांग्रेस नेता ने इस दौरान लीला बाई के नाम पर जारी नोटिस भी दिखाया जो मध्य प्रदेश सेंट्रल जोन पॉवर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी लिमिटेड द्वारा जारी किया। नोटिस 13 सितंबर को जारी किया गया, जिसमें लीला बाई से 1.21 लाख रुपए बकाया भुगतान ना करने पर कंपनी की तरफ से कार्रवाई करने की बात कही गई, अर्थात बिजली बिल का भुगतान नहीं किया तो कनेक्शन काट दिया जाएगा और कानूनी प्रक्रिया के तहत वसूली की जाएगी।
जानना चाहिए कि मामले में शिवराज चौहान से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने फोन कॉल्स का जवाब नहीं दिया, हालांकि नाम ना जाहिर करते हुए उनके एक सहयोगी ने कहा, ‘पूर्व सीएम के संज्ञान में मामला आने के बाद बकाया राशि का भुगतान सोमवार को कर दिया गया।’