क्या बीजेपी मणिपुर में सरकार बनाने की दिशा में कदम बढ़ाने जा रही है? यह सवाल पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के एक ताजा बयान के बाद खड़ा हुआ है। एन. बीरेन सिंह ने शुक्रवार को बताया कि बीजेपी हाईकमान ने पार्टी विधायकों को दिल्ली बुलाया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि इस दौरान विधायकों के साथ राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी और इसमें सरकार गठन को लेकर भी बातचीत हो सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि मणिपुर में जल्द ही एक स्थिर सरकार का गठन हो सकता है। यह भी हो सकता है कि पार्टी सरकार बनाने को लेकर कोई प्रस्ताव पारित करे।
मणिपुर में मई 2023 से लेकर अब तक मैतेई और कुकी-जो समुदायों के बीच हुई जातीय हिंसा में 260 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
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मणिपुर में लागू है राष्ट्रपति शासन
मणिपुर में लगातार जारी हिंसा के बीच केंद्र सरकार ने इस साल 13 फरवरी को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था और इस वजह से एन. बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। राष्ट्रपति शासन लागू होते ही राज्य की विधानसभा को निलंबित कर दिया गया था।
मणिपुर की विधानसभा में बीजेपी के पास स्पष्ट बहुमत है। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में पार्टी के पास 37 विधायक हैं।
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बीजेपी विधायक ने दी थी चेतावनी
पिछले महीने मणिपुर में बीजेपी के विधायक एल. रामेश्वर मेइती ने दावा किया था कि पहाड़ और घाटी दोनों ही इलाकों के विधायक सरकार बनाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने चेताया था कि अगर राज्य में सरकार का गठन नहीं होता है तो बीजेपी की स्थिति कमजोर हो सकती है। उन्होंने सरकार न बनने पर राज्य में नए सिरे से चुनाव कराने की भी मांग की थी।
मोदी पहुंचे थे मणिपुर
इस साल 13 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर पहुंचे थे। राज्य में हिंसा भड़कने के बाद उनका यह पहला दौरा था। इस दौरान उन्होंने हजारों करोड़ों की परियोजनाओं को हरी झंडी दिखाई थी।
बहरहाल, देखना होगा कि क्या बीजेपी मणिपुर में सरकार बनाने की दिशा में आगे कदम बढ़ाएगी?
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