जाने-माने फिल्ममेकर राम सुब्रमण्यन के खिलाफ उत्तरप्रदेश के लखनऊ में एफआईआर दर्ज कराया गया है। राम सुब्रमण्यन के खिलाफ लखनऊ के विभूति खंड थाने में यह एफआईआर दर्ज कराई गई है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता आई.पी. सिंह ने सुब्रमण्यन के खिलाफ यह मामला दर्ज कराया है। दरअसल यह पूरा मामला राम सुब्रमण्यन के एक ट्वीट से जुड़ा हुआ है। राम सुब्रमण्यन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगा है। भाजपा नेता आई.पी. सिंह ने आरोप लगाया है कि ऐड फिल्ममेकर और निर्देशक राम सुब्रमण्यन ने कुछ दिनों पहले ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ को गालियां दी हैं।
इस मामले में उनपर आईपीसी की धारा 153 (ए), 295 (ए), 500, 501, 503, 507 और आईटी ऐक्ट की धारा 66 (ए) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एफआईआर में भाजपा नेता की तरफ से यह भी लिखा गया है कि दंगा फैलाने के उद्देश्य से राम सुब्रमण्यन द्वारा सीएम योगी व पीएम मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया ट्विटर अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा है साथ ही पीएम को मारने के लिए लगातार टिप्पणी की जा रही है। राम सुब्रमण्यन आम आदमी पार्टी के साथ भी कुछ दिनों तक काम कर चुके हैं। अभी हाल ही में राम सुब्रमण्यन का एक ट्वीट उस वक्त भी चर्चे में आ गया था जब उन्होंने प्रधानमंत्री की रैली में उनपर जूता फेंकने वाले को 1 लाख रुपए बतौर इनाम देने का ऐलान किया था। फिलहाल इस मामले में केस दर्ज कराने के बाद पुलिस अब इसकी पड़ताल में जुटी है।
FIR has been registered against serial offender @VORdotcom for agitating people against PM Modi & RSS by using derogatory words by BJP leader @ipsinghbjp. Any form of abusive language & hate speeches is unacceptable, Irrespective of person, party & ideology. pic.twitter.com/yAyxSxcHYB
— Friends of RSS (@RSS_Org) May 6, 2018
सुब्रमण्यन उस वक्त चर्चे में आए थे जब उनके ‘प्रोफाइल फॉर पीस’ के तहत दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट गुरमेहर कौर ने यूट्यूब पर अपना एक वीडियो डाला था, जिसमें उन्होंने फौज में कार्यरत अपने पिता की मौत के लिए पाकिस्तान नहीं बल्कि ‘युद्ध’ को जिम्मेदार ठहराया था।
राम सुब्रमण्यन सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं और इस प्लेटफॉर्म पर वो अपनी बेबाक टिप्पणी के लिए जाने जाते हैं। हालांकि सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर मुखर तरीके से वो अपनी राय रखते हैं, लेकिन भाजपा के खिलाफ वो अक्सर टिप्पणियां करते रहते हैं।
