म्यांमार के चिन राज्य में 2 जुलाई से दो सैन्य-विरोधी जुंटा बलों – चिन नेशनल डिफेंस फोर्स (सीएनडीएफ) और चिनलैंड डिफेंस फोर्स (सीडीएफ) हुआलनोग्राम के बीच टकराव चल रहा है। जिसके चलते हजारों निवासी मिजोरम के चंफाई जिले में आ गए हैं। पड़ोसी देश के चिन राज्य में फिर से लड़ाई शुरू होने के बाद पिछले कुछ दिनों में म्यांमार से लगभग 4,000 नए शरणार्थी मिजोरम में प्रवेश कर चुके हैं।
मिजोरम में एक सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि ताजा हिंसा शुरू होने के बाद से सोमवार दोपहर तक वहां पहुंचने वाले लोगों की संख्या लगभग 4,000 है। अधिकारी ने कहा, “स्थिति अस्थिर है और सीमावर्ती क्षेत्रों में अभी भी बहुत कुछ हो रहा है इसलिए यह संख्या बदल सकती है। लोग बड़े पैमाने पर ज़ोकवथर और सैकुम्फई के गांवों में आ गए हैं। वे सीमा के इस तरफ अपने रिश्तेदारों के साथ या स्थानीय संगठनों द्वारा स्थापित शिविरों में रह रहे हैं।”
एक जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि लड़ाई के कारण चार घायल लोगों को भी इलाज के लिए मिजोरम लाया गया है। अधिकारी ने बताया, “उनमें से दो को चम्फाई जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है और दो को इलाज के लिए आइजोल रेफर किया गया है।”
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मिजोरम में घुसे म्यांमार से हजारों शरणार्थी
म्यांमार शरणार्थियों पर चंपई जिला समिति का नेतृत्व करने वाले रॉबर्ट ज़ोरेमट्लुआगा ने कहा कि नए आए लोगों को ज़ोकवथर में यंग मिज़ो एसोसिएशन हॉल और सैकुम्फई में एक सामुदायिक हॉल में रखा गया है। उन्होंने कहा कि नए लोगों के आने से पहले, जिले में म्यांमार से आए लगभग 13,000 शरणार्थियों को पहले से ही शरण दी जा रही थी। उन्होंने कहा, “शनिवार को जब लड़ाई बहुत तीव्र हो गई थी तब बड़ी संख्या में लोग अंदर आ गए थे। उसके बाद यह थोड़ा धीमा हो गया लेकिन आज सैकुम्फाई की तरफ लड़ाई चल रही है इसलिए ज़्यादा लोग अंदर आ गए हैं।”
2021 के सैन्य तख्तापलट के बाद से मिज़ोरम हज़ारों चिन शरणार्थियों को शरण दे रहा है, जिनकी मिज़ो लोगों के साथ समान जातीयता है। मिज़ोरम गृह विभाग के अनुमान के अनुसार, नए शरणार्थियों के घुसने से पहले मिज़ोरम से लगभग 33,000 चिन शरणार्थी और बांग्लादेश से 2,000 अतिरिक्त शरणार्थी थे। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स