मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले के 50 वर्षीय एक व्यक्ति ने एक अजीबोगरीब फैसले में अपनी इच्छा से अपनी कुल संपत्ति का आधा हिस्सा कुत्ते के नाम कर दिया। उसका कहना है कि उसे अपने बच्चों पर भरोसा नहीं है, लिहाजा वह अपनी संपत्ति पत्नी और पालतू कुत्ते के बीच बांट रहा है। उसने बकायदा इसे अपनी वसीयत में लिखकर नोटरी से रजिस्टर्ड भी करवा लिया है।
छिंदवाड़ा जिले के चांद तहसील के बदीबाबा गांव निवासी ओम नारायण वर्मा पूर्व सरपंच है। उसकी चार बेटियां और एक बेटा है। लेकिन वह अपने बच्चों से नाखुश रहता है। ऐसे में उसने तय किया है कि वह अपनी 18 एकड़ भूमि को पत्नी और अपने पालतू कुत्ते के बीच समान रूप से बांट देगा।
उसने यह भी तय किया है कि उसके कुत्ते की जो भी देखभाल करेगा, वह कुत्ते की मृत्यु के बाद उसकी संपत्ति का मालिक बनेगा। इसकी वजह से यह कुत्ता बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।
उसके इस फैसले की गांव में काफी चर्चा है। स्थानीय मीडिया को ओम नारायण वर्मा ने बताया कि यह उसका अंतिम फैसला है। इसीलिए वह अपनी मृत्यु से पहले इस वसीयत को कोर्ट में नोटरी से नियमानुसार रजिस्टर्ड करा लिया है। उसने कहा कि बच्चों पर भरोसा नहीं है।