पंजाब और हरियाणा सीमा के शंभू बॉर्डर से 101 किसानों के एक जत्थे ने शुक्रवार को दिल्ली के लिए पैदल मार्च शुरू किया लेकिन उन्हें कुछ मीटर बाद ही बैरिकेड्स लगाकर रोक दिया गया। हरियाणा पुलिस ने किसानों से आगे न बढ़ने को कहा और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला दिया। इस दौरान शंभू बॉर्डर पर बवाल देखने को मिला। किसानों ने जहां बैरिकेड्स तोड़ दिए वहीं, पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। आइये 10 पॉइंट्स में जानें किसानों के प्रदर्शन से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स

  1. किसान फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए मार्च कर रहे हैं। विभिन्न किसान यूनियन के झंडे थामे कुछ किसानों ने घग्गर नदी पर बनाए गए पुल पर सुरक्षाकर्मियों द्वारा लगाई गई लोहे की जाली को नीचे धकेल दिया।
  2. हरियाणा पुलिस ने किसानों से आगे न बढ़ने को कहा और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला दिया। हरियाणा की सीमा पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। उपायुक्त द्वारा जारी आदेश के अनुसार, अगले आदेश तक पैदल, वाहन या अन्य साधनों से किसी भी प्रकार का मार्च निकालने पर रोक लगा दी गई है।
  3. इस बीच, अंबाला प्रशासन ने जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को शुक्रवार को बंद करने का आदेश दिया है।
  4. हरियाणा ने अंबाला के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सर्विस को नौ दिसंबर तक निलंबित कर दिया। शुक्रवार दोपहर को अंबाला के डंगडेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, ददियाना, बारी घेल, लार्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू गांवों में प्रतिबंध लागू कर दिया गया। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ये सेवाएं नौ दिसंबर रात 11.59 बजे तक निलंबित रहेंगी।
  5. शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि पुलिस हमें दिल्ली नहीं जाने देंगे। किसान नेता घायल हो गए हैं, हम आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठक करेंगे।
  6. किसानों के विरोध को देखते हुए शंभू बॉर्डर, दिल्ली-चंडीगढ़ हाईवे पर सिंघु बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शंभू बॉर्डर पर पहले से कई सिक्योरिटी की लेयर बना हुआ है। शंभू बॉर्डर पर प्रशासन ने लेयर के सिक्योरिटी के बाद 3 लेयर का एक और सुरक्षा व्यवस्था तैनात किया है।

किसानों का प्रदर्शन, नेताओं की नेतागिरी…हर बार जाम में फंसेगा सिर्फ आम आदमी

  1. किसान एमएसपी के अलावा कर्ज माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और बिजली दरों में बढ़ोतरी न करने की मांग कर रहे हैं। वे 2021 की लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को बहाल करने और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं।
  2. अंबाला के शंभू बॉर्डर, जींद के खनौरी और सोनीपत के सिंघू के पास पुलिस सुरक्षा बढ़ाई गई है। शंभू-खनौरी बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने दोनों तरफ अर्द्धसैनिक बलों की 29 कंपनियां तैनात की हैं और सीमाओं को सील किया गया है।
  3. कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने अपना समर्थन देते हुए कहा कि किसानों के आने और उनके मुद्दों पर बातचीत करने के लिए दरवाजे खुले हैं। मैं भी उनका भाई हूं और अगर वे आना चाहते हैं, तो दरवाजे खुले हैं, अगर वे हमारे साथ आना चाहते हैं तो दरवाजे खुले हैं। वहां जाने के लिए हम उनके बीच जाकर बातचीत करेंगे।
  4. राज्यसभा में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आंदोलनकारी किसानों को आश्वासन दिया कि सरकार सभी कृषि उपज एमएसपी पर खरीदेगी। उन्होंने कहा कि यह मोदी सरकार की गारंटी है। पढ़ें किसानों के प्रदर्शन से जुड़े पल-पल के अपडेट्स