केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इसी बीच रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से फेसबुक पर बनाए गए किसान एकता मोर्चा के पेज के रविवार देर शाम निष्क्रिय कर दिया गया। हालांकि, किसानों के नाराजगी जताने के बाद फेसबुक पेज दोबारा शुरू हो गया है। फेसबुक की इस हरकत से यूजर्स नाराज़ हो गए और ट्विटर पर #ShameOnFacebook ट्रेंड करने लगा।

करीब 17 हज़ार लोगों ने फेसबुक पर निशाना साधते हुए #ShameOnFacebook ट्रेंड कराया। इस दौरान यूजर्स ने फसबुक को सांघी, भाजपाई और रिलायंस का बताया। एक यूजर ने लिखा “किसान आंदोलन का पेज अपने कम्यूनिटी स्टेडर्ड के खिलाफ है? या अंबानी ने आपसे ऐसा करने को कहा है। जियो -फेसबुक पार्टनर्शिप के तहत।” एक अन्य यूजर ने लिखा “फेसबुक ने जियो में 43570 करोड़ का इनवेस्टमेंट की है। किसान जियो के खिलाफ हैं इसीलिए फेसबुक ऐसी हरकतें कर रहा है।”

एक अन्य यूजर ने लिखा “जब बजरंगदाल नफरत फैलता है तो फेसबुक उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेता। लेकिन किसान शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं तो दिक्कत है।” बता दें किसान आंदोलन को लेकर कई तरह की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इन अफवाहें को काउंटर करने के लिए किसान संगठनों के “आईटी सेल” ने एक फेसबुक पेज बनाया है। रविवार को यह पेज फेसबुक ने थोड़ी देर के लिए अपनी साइट से हटा दिया था। हालांकि कुछ घंटों के बाद यह वापस आ गया।

किसान मोर्चा के आईटी सेल के बलजीत सिंह ने इसे लेकर एक बयान जारी किया है। बलजीत ने अपने बयान में कहा, “आज शाम 7 बजे फेसबुक पेज को उड़ा दिया गया। हमने आज अपनी लाइव स्ट्रिमिंग में मोदी जी के किसानों के लिए कही गई बात की क्लिप लेकर उनके जवाब दिए थे। किसान एकांत मोर्चा की पहुंच 94 लाख तक थी और एक लाख हमारे फॉलोअर्स थे। हम सभी किसान नेताओं के साथ कल उचित प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।”