Farmer Protest: चंडीगढ़ में किसान नेताओं के साथ चल रही केंद्रीय मंत्रियों की मीटिंग में देर शाम तक किसी भी पक्ष पर सहमति बनने की खबर नहीं आई। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने रात में मीटिंग के बाद कहा कि हम मंगलवार को दिल्ली जाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार के पास कोई प्रस्ताव नहीं है, वो सिर्फ समय निकालना चाहती है।हमने पूरी कोशिश की लेकिन हमारे पक्ष में मीटिंग में कोई निर्णय नहीं आया।

मीटिंग के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा, “किसान संगठनों के साथ गंभीरता से बातचीत हुई। सरकार हमेशा चाहती है कि बातचीत के माध्यम से समाधान निकले… अधिकांश विषयों पर हम सहमति तक पहुंचे लेकिन कुछ विषयों पर हमने स्थाई समाधान के लिए कमेटी बनाने को कहा… हम अभी भी मानते हैं कि किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से हो सकता है। हम आशान्वित है कि आगे बातचीत के जरिए हम समाधान निकाल लेंगे।”

इससे पहले SKM नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि एक तरफ, वे (केंद्र) हमारे साथ बातचीत कर रहे हैं और दूसरी तरफ, वे हमारे लोगों को हिरासत में ले रहे हैं। फिर यह वार्ता कैसे होगी? उन्होंने कहा कि हमने सरकार से कहा है कि वह हमारे लोगों को रिहा करे। सरकार को वार्ता के लिए सकारात्मक माहौल बनाने की जरूरत है।

किसानों को रोकने के लिए विशेष तैयारी

13 फरवरी को किसानों के प्रस्तावित दिल्ली मार्च को रोकने के लिए प्रशासन ने हरियाणा से नई दिल्ली तक विशेष तैयारियां की हैं। किसानों के इस मार्च को देखते हुए हरियाणा में अर्द्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस की कुल 114 कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा हरियाणा पुलिस उपद्रवियों और शरारती तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन और CCTV कैमरों का इस्तेमाल कर रही है।

पंजाब से हरियाणा की तरफ बढ़ किसानों को देखते हुए हरियाणा सरकार के गृह विभाग ने नागरिक प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को सार्वजनिक या निजी संपत्ति को होने वाले नुकसान के मामले में संपत्ति क्षति वसूली कानून 2021 में निर्धारित किए गए नियमों का पालन करने का निर्देश दिया। इसके अलावा प्रस्तावित मार्च को विफल करने के लिए कंक्रीट ब्लॉक, लोहे की कील तथा कंटीले तारों का उपयोग करके अंबाला, जींद, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और सिरसा में कई स्थानों पर पंजाब के साथ लगती राज्य की सीमाओं पर किलेबंदी कर दी है।

पंजाब से ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर निकले किसान

MSP पर कानून बनाने की मांग को लेकर केंद्र पर दबाव बनाने के लिए पंजाब के विभिन्न हिस्सों से किसान बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर निकल चुके हैं। दिल्ली पुलिस ने किसानों के मार्च की वजह से व्यापक पैमाने पर तनाव और ‘‘सामाजिक अशांति’’ पैदा होने की आशंका के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में एक महीने के लिए आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी है। आइए आपको बताते हैं दिल्ली से हरियाणा तक प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।

  1. दिल्ली – हरियाणा को जोड़ने वाली सिंघू, गाजीपुर और टिकरी बार्डर पर सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है और यातायात पाबंदियां लागू की गयी हैं। वाहनों को शहर में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं की कंक्रीट के अवरोधक और सड़क पर बिछाए जाने वाले लोहे के नुकीले अवरोधक लगाकर किलेबंदी कर दी गयी है।
  2. हरियाणा में अंबाला, जींद, फतेहाबाद और कुरूक्षेत्र में कई स्थानों पर पंजाब के साथ लगती राज्य की सीमा की कंक्रीट के अवरोधक और लोहे की कील और कंटीले तार लगाकर किलेबंदी कर दी है। हरियाणा सरकार ने भी आपराधिक दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत 15 जिलों में प्रतिबंध लगा दिए हैं। इन जिलों में पांच या अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी गई है और किसी भी प्रकार के प्रदर्शन करने या ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ मार्च निकालने पर प्रतिबंध है।
  3. प्रदर्शनकारी किसानों को हरियाणा व पंजाब से नई दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए सोनीपत को पानीपत से जोड़ने वाले हलदाना बॉर्डर और जींद जिले में पंजाब से लगने वाले दातासिंह वाला बॉर्डर पर सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। सोनीपत को दिल्ली से जोड़ने वाली अन्य छह सड़कों पर मार्ग परिवर्तन किया गया है।
  4. सोनीपत के उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार ने 12 और 13 फरवरी को खुले में डीजल-पेट्रोल की बिक्री पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि इसी के साथ ट्रैक्टर में दस लीटर से अधिक डीजल देने पर भी रोक लगा दी गयी है। सोनीपत से पंजाब जाने वाली बसों का परिचालन रोक दिया गया है। रोडवेज के महाप्रबंधक राहुल जैन ने बताया कि रोडवेज ने स्थिति सामान्य होने तक पंजाब रूट बंद करने का निर्णय लिया है। हालांकि डिपो से चंडीगढ़ रूट पर बस चलेगी।
  5. हरियाणा पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी में चंडीगढ़ से दिल्ली आ रहे यात्रियों को पंचकूला-बरवाला-साहा-बरारा-बाबैन-लाडवा-पिपली कुरुक्षेत्र से होकर गुजरने की सलाह दी है। पुलिस ने X पर एक पोस्ट में कहा कि यात्री पंचकूला-बरवाला-यमुनानगर-लाडवा-इंदरी-करनाल मार्ग भी ले सकते हैं। दिल्ली से चंडीगढ़ जा रहे लोग भी इन मार्गों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
  6. दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की ओर से सोमवार को जारी आदेश में किसी भी प्रकार की रैली या जुलूस निकालने तथा सड़कों एवं मार्गों को अवरुद्ध करने पर रोक लगा दी है। दिल्ली पुलिस के आदेश के तहत ट्रैक्टर रैलियों के राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं को पार करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए हरियाणा की सीमा से लगती ग्रामीण सड़कों को भी सील कर दिया है। दिल्ली-रोहतक और दिल्ली-बहादुरगढ़ मार्गों पर अर्द्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है।
  7. दिल्ली पुलिस ने किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। इस एडवाइजरी में कहा गया है कि NH-44 से सोनीपत, पानीपत, करनाल आदि की ओर जाने वाली इंटरस्टेट बसें ISBT से मजनूं का टीला से सिग्नेचर ब्रिज होकर खजूरी चौक से होते हुए लोनी बॉर्डर और खेकड़ा के रास्ते केएमपी तक जाएंगी। 
  8. एडवाइजरी में NH-44 के जरिए सोनीपत, पानीपत, करनाल आदि की ओर जाने के इच्छुक कार चालक और हल्के माल वाहक वाहन निकास 1 (एनएच-44) अलीपुर कट से शनि मंदिर, पल्ला बख्तावरपुर रोड वाई-प्वाइंट से दहिसरा गांव रोड होकर जट्टी कलां रोड से सिंघू स्टेडियम से हरियाणा में सोनीपत की ओर एनएच-44 तक जा सकते हैं।
  9. एडवाइजरी में कहा गया है कि दिल्ली से गाजीपुर सीमा के जरिए गाजियाबाद जाने वाले वाहन अक्षरधाम मंदिर के सामने पुश्ता रोड या, पटपड़गंज रोड/मदर डेयरी रोड या चौधरी चरण सिंह मार्ग आईएसबीटी आनंद विहार से होकर गाजियाबाद में महाराजपुर या अप्सरा बॉर्डर से बाहर निकल सकते हैं।
  10. दिल्ली मेट्रो के आठ स्टेशन पर एक या उससे अधिक प्रवेश व निकासी गेट मंगलवार को सुबह बंद कर दिए गए। हालांकि, ये स्टेशन बंद नहीं हैं और यात्रियों को अन्य गेट के जरिए प्रवेश और निकासी की अनुमति दी गयी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई स्टेशन – राजीव चौक, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय, पटेल चौक, उद्योग भवन, जनपथ और बाराखंभा रोड पर कुछ गेट बंद कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि खान मार्केट मेट्रो स्टेशन पर भी मंगलवार को एक गेट बंद कर दिया गया है।