तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। इसी विषय पर ‘News 18’ पर आयोजित डिबेट शो में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सरकार हर विषय पर खुले मन से बातचीत करने को तैयार हैं। यह कानूनी मामला है, यह कोई भावनात्मक मामला नहीं है कि अंग्रेजों भारत छोड़ो या मंदिर वहीं बनाएंगे…हमें कुछ नहीं सुनना हमें बस यहीं चाहिए।

यहां कानून में तो एक-एक चीज कानून के हिसाब से होता है। यहां एक-एक चीज कानून के हिसाब से होता है लेकिन उसपर किसी को भरोसा नहीं हैं। मैं यह मानता हूं कि जिस-जिस को इस देश की संवैधानिक व्यवस्था में विश्वास है उन्हें अपना मत स्पष्ट करना चाहिए। किसान पहले यहीं चाहते थे कि मंडी के बाहर जाने को मिले, अब कुछ लोग एकदम पलट गए। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो कुछ करनाल में हुआ ये आंदोलन है क्या …?

आपको बता दें कि रविवार को हरियाणा के करनाल जिले के कैमला गाँव में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की किसान महापंचायत से पहले किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए थे। यहां मनोहर लाल खट्टर के कार्यक्रम से पहले किसानों ने जमकर हंगामा किया था। इस महापंचायत में कार्यक्रम के आयोजन से पहले ही हज़ारों किसान कार्यक्रम का विरोध करने कार्यक्रम स्थल पर पहुँच गए थे। जिसको देखते हुए पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले और ठन्डे पानी की बौछार की। इससे वहां की स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी।

नाराज प्रदर्शनकारियों ने यहां सीएम की सभा के लिए बनाए गए मंच और टेंट को तोड़ दिया था। इस हंगामे की वजह से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कार्यक्रम भी रद्द कर दिया गया था।