विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के उस दावे को झूठा और बेबुनियाद करार दिया जिसमें उसने कहा था कि बांग्लादेश में हुई हिंसक झड़पों में भारत शामिल है। पिछले हफ्ते बांग्लादेश के चटगांव पहाड़ी क्षेत्र के खगराछारी ज़िले में हुई झड़पों के बाद अंतरिम सरकार के गृह मंत्री जहांगीर आलम चौधरी ने आरोप लगाया था कि भारत अशांति को बढ़ावा दे रहा है।

जहांगीर आलम चौधरी के इस आरोप पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत इन झूठे और निराधार आरोपों को सिरे से खारिज करता है।

जायसवाल ने कहा, “बांग्लादेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असमर्थ अंतरिम सरकार नियमित रूप से अपना दोष किसी और पर मढ़ने की कोशिश करती रही है।” जायसवाल चौधरी की टिप्पणी को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे।

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चटगांव में हुई थी हिंसा

बांग्लादेश के चटगांव के खगराछारी जिले में दो जनजातीय समूहों और बंगाली भाषी लोगों के बीच पिछले हफ्ते हुई हिंसक झड़पों में तीन लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए थे। कई दुकानों और घरों में तोड़फोड़ की गई और उन्हें जला दिया गया। इसके बाद गृह मंत्री जहांगीर आलम चौधरी ने आरोप लगाया था कि अशांति भारत या फासीवादी तत्वों द्वारा भड़काई जा रही है।

जायसवाल ने कहा कि अंतरिम सरकार को आत्मचिंतन करना चाहिए और चटगांव पहाड़ी क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हिंसा, आगजनी और भूमि हड़पने वाले चरमपंथियों की जांच करनी चाहिए। पिछले साल अगस्त में उग्र प्रदर्शन के बाद पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई थी।

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