सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनियों जैसे फेसबुक-गूगल के लिए भारत एक बड़ा और अहम बाजार है। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वित्तीय वर्ष 2019 में ही गूगल और फेसबुक ने भारत से ऑनलाइन एड और राजस्व के रूप में 11,500 करोड़ रुपए कमाए हैं।

भारत में डिजिटल मीडिया के उभार के साथ ही बड़ी मात्रा में विज्ञापन भी डिजिटल मीडिया को मिलने लगे हैं। एक रिसर्च के अनुसार, भारत में 20 फीसदी विज्ञापन डिजिटल मीडिया पर दिए जा रहे हैं। ऑनलाइन एड क्षेत्र के 68 फीसदी बाजार पर फेसबुक और गूगल का कब्जा है। फेसबुक और गूगल ही नहीं अन्य कई अन्य सोशल मीडिया कंपनियां भी भारत से मोटी कमाई कर रही हैं।

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2019 में ही भारतीय कंपनियों ने सोशल मीडिया पर एड देने में 3835 करोड़ रुपए खर्च किए थे। इनमें से 25 फीसदी रकम पेड सर्च पर खर्च की गई थी।

दरअसल हमारे देश की ताकत ये है कि यहां 68 करोड़ से ज्यादा इटंरनेट यूजर्स हो गए हैं और भारत में डिजिटल एडवरटाइजिंग सबसे तेजी से हमारे देश में बढ़ रही है। यही वजह है कि सोशल मीडिया कंपनियां और गूगल जैसी दिग्गज कंपनियां भारत को खासी अहमियत दे रही हैं।

चीन के साथ जारी सीमा विवाद के चलते बीते दिनों बैन की गई टिकटॉक एप को ही भारत से करोड़ो रुपए की कमाई हो रही थी। आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2019 से दिसंबर 2019 के बीच ही टिकटॉक ने भारत से 25 करोड़ रुपए कमाए थे। सितंबर 2020 तक कंपनी का लक्ष्य अपने राजस्व को 100 करोड़ रुपए तक ले जाना था।

आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 तक भारतीय कंपनियां ऑनलाइन विज्ञापन पर 28,249 करोड़ रुपए खर्च करेंगी। साल 2019 में यह खर्च 13,683 करोड़ रुपए रहा। देश में डिजिटल एडवरटाइजिंग के तेजी से बढ़ते बिजनेस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2025 तक भारत का ऑनलाइन विज्ञापन का बाजार 58 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का होने की उम्मीद है।