शेख हसीना के भारत आने से बांग्लादेश के साथ संबंधों में आई खटास को कम करने की दिशा में भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। विदेश मंत्री 31 दिसंबर को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने बांग्लादेश जाएंगे।

बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री खालिदा जिया का 80 वर्ष की आयु में मंगलवार सुबह निधन हो गया। खालिदा का निधन ऐसे समय में हुआ है जब बांग्लादेश में आम चुनाव होने हैं। खालिदा ने सोमवार को खुद अपना नामांकन भी कराया था। इधर उनके बेटे तारिक रहमान भी 17 साल बाद बांग्लादेश लौटे हैं।

दोनों देशों के संबंधों को बेहतर करने की दिशा में काम

भारत का यह कदम बांग्लादेश के साथ संबंधों को फिर से बेहतर करने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। विदेश मंत्री ऐसे समय में बांग्लादेश जा रहे हैं जब वहां भारत के खिलाफ एक मुहिम चलाई जा रही है।

शेख हसीना के सत्ता से हटने के बाद विदेश मंत्री जयशंकर का यह पहला बांग्लादेश का दौरा है। माना जा रहा कि पिछले दिनों जो दोनों देशों के बीच दूरियां आईं हैं, यह यात्रा उसे भरने का काम करेगी।

भारत को रही है चिंता

बता दें कि खालिदा जिया का कार्यकाल 1992-96 और 2001-06 के दौरान बांग्लादेश का झुकाव चीन और पाकिस्तान की ओर रहा था, जो भारत के लिए चिंताजनक रहा था। मोहम्मद यूनुस सरकार के पाकिस्तान और चीन के करीब और भारत से दूरी बनाए रखने से नई दिल्ली चिंतित है।

तारिक के साथ नए संबंध स्थापित करने की कोशिश

लौटते ही तारिक रहमान ने अपने बयानों में भारत के साथ बातचीत के मौके का संकेत दिया है। उन्होंने अपने भाषण में कहा है कि वे न दिल्ली, न पिंडी बल्कि बांग्लादेश पहले की नीति पर चलेंगे। साथ ही उन्होंने कट्टरपंथी जमात ए इस्लामी से भी दूरी बनाई, जो बीएनपी की सहयोगी थी। ऐसे में माना जा रहा कि इस यात्रा से तारिक के साथ भारत दोनों देशों के तनाव को कम करने की कोशिश की दिशा में नींव रखने का काम कर रहा है।

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