जब से भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ है, उसके बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसका श्रेय ले रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप बार-बार कहते हैं कि उन्होंने ही भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है। एस जयशंकर ने कहा कि कुछ देशों के लिए खुद को डील मेकर घोषित करना एक फैशन बन गया है। एक तरीके से जयशंकर ने ट्रंप को आईना दिखाया है।

भारत की विदेश नीति स्वाभिमान और आत्मनिर्भरता पर आधारित- जयशंकर

जयशंकर ने कहा कि भारत की विदेश नीति स्वाभिमान और आत्मनिर्भरता पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भारत उन राष्ट्रों में से है जो अपने वास्तविक और गरिमामयी स्थान को ग्लोबल कम्युनिटी में फिर से प्राप्त कर रहा है। जयशंकर का बयान दर्शाता है कि भारत की विदेश नीति खुद पर आधारित है और किसी दूसरे देश का हस्तक्षेप भारत स्वीकार नहीं करेगा।

जयशंकर ने कहा, “लगभग 200 देशों के अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में हमारे राष्ट्रीय हित हैं और स्वाभाविक रूप से उन्हें आगे बढ़ाने की कोशिश करते हैं, लेकिन यह आपसी समझ और आपसी लाभ को मार्गदर्शक सिद्धांतों के रूप में रखकर किया जाना चाहिए। जब दूसरे देशों के साथ व्यवहार करने की बात आती है तो खुले तौर पर डील करना एक फैशन बन गया है। ध्यान रखें कि कुछ लोग वास्तव में इसका अभ्यास कर रहे हैं जबकि उपदेश इसके विपरीत हैं।”

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भारत परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा- जयशंकर

जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारत कभी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा। जयशंकर से पहले पीएम मोदी ने भी कहा था कि भारत परमाणु ब्लैकमेल की धमकी नहीं सुनेगा।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले का जिक्र करते हुए जयशंकर ने कहा, “इस हमले का उद्देश्य केंद्र जम्मू कश्मीर की पर्यटन अर्थव्यवस्था को तबाह करना और धार्मिक कलह को बढ़ावा देना था। समय बदल गया है और आतंकवाद के केंद्र अब (प्रतिशोध से) अछूते नहीं रह गए हैं। जब भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब दिया, तो आतंकवाद के खिलाफ खुद की रक्षा करने के हमारे अधिकार के बारे में अन्य देशों की समझ को देखना उत्साहजनक था।”