दिल्ली स्थित जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार अब सियासत की मुख्यधारा में ताल ठोंकने के लिए तैयार हैं। सोमवार को एक टीवी चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कन्हैया ने साफ कर दिया कि अगर उनकी पार्टी कहे तो वह चुनाव लड़ सकते हैं। कन्हैया ने ये कहते हुए अपने इरादे साफ कर दिए कि अगर आप मुझे कन्हैया कहते हैं तो कोई कंस भी होगा, जिसका विरोध करने के लिए मुझे लड़ना पड़ेगा। फिर भले ही वह लड़ाई राजनीति में आकर की जाए या फिर राजनीति से बाहर रहकर। वैसे बता दें कि हाल ही में ऐसी खबरें आईं थीं जिनमें ये कहा गया था कि कन्हैया साल 2019 के लोकसभा चुनावों में बेगूसराय सीट से महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे।
दरअसल न्यूज चैनल एबीपी न्यूज को दिए अपने इंटरव्यू में कन्हैया ने कहा, ” आप मुझे कन्हैया कहते हैं, अगर मैं कन्हैया हूं तो कोई कंस भी है। अगर राजनीति में भी कोई कंस है तो हम उसके खिलाफ भी लड़ेंगे। चुनाव लड़ें या न लड़ें, संघर्ष जरूर करेंगे। जहां तक चुनाव लड़ने की बात है तो वह पार्टी और सहयोगी दल तय करेंगे। अभी तक इस संबंध में मुझे कोई भी औपचारिक सूचना नहीं दी गई है। अगर पार्टी मुझे चुनाव लड़ने का आदेश देगी तो हम आदेश के मुताबिक काम करेंगे।”
वैसे बता दें कि कन्हैया कुमार,बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी ब्लॉक के तहत आने वाली बीहट पंचायत के मूल निवासी हैं। उनकी मां मीना देवी बेगूसराय में आंगनबाड़ी सेविका हैं। जबकि उनके पिता जयशंकर सिंह छोटे किसान हैं। लोकसभा में बेगूसराय क्षेत्र का नेतृत्व वर्तमान में भाजपा के सांसद भोला सिंह कर रहे हैं। बीजेपी ने पहली बार बेगूसराय सीट साल 2014 में जीती थी। भाजपा के भोला सिंह को इस चुनाव में 4,28,227 वोट मिले थे। जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी राजद के तनवीर हसन को 3,69,892 ही मिले थे। इस सीट पर सीपीआई के राजेन्द्र प्रसाद सिंह 1,92,639 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
इससे पहले सीपीएम के बिहार में प्रदेश महासचिव सत्य नारायण सिंह ने मीडिया से कहा था कि कन्हैया कुमार सीपीएम के निशान पर चुनाव लड़ेंगे। इस बात के लिए कन्हैया ने भी अपनी सहमति दे दी है। वह बिहार के बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे। कई मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके पुत्र तेजश्वी प्रसाद यादव परोक्ष रूप से बिहार के महागठबंधन का नेतृत्व कर रहे हैं। जबकि कांग्रेस नेतृत्व कन्हैया के लिए बेगूसराय सीट छोड़ने के लिए तैयार हो गया है। हालांकि कन्हैया कुमार सीपीआई के निशान पर ही चुनाव लड़ेंगे। जबकि सभी पार्टियों के कार्यकर्ता उन्हें समर्थन देंगे। वैसे बता दें कि बिहार के महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, एनसीपी, जीतनराम मांझी के नेतृत्व वाला हिंदुस्तान अवाम मोर्चा, शरद यादव का लोकतांत्रिक जनता दल और सभी वाम दल शामिल हैं।

