कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के ठिकानों पर सीबीआई छापेमारी के घंटे भर बाद नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में अधिकारियों को हड़काया और कहा कि कोई भी सरकार स्थाई नहीं होती। इसलिए अधिकारी सोच लें कि कहीं 2019 के चुनावों के बाद नई सरकार आने पर उन्हें अपनी कार्रवाई का हिसाब न देना पड़ जाय। उन्होंने कहा, “अधिकारियों को यह जरूर जान लेना चाहिए। कोई भी सरकार स्थाई नहीं होती। आम चुनाव शुरू होने में कुछ सप्ताह बाकी हैं। यह निश्चित है कि यह सरकार परेशान है। प्रधानमंत्री एक आशंकित हार को घूर रहे हैं, इसीलिए वो इस तरह की कार्रवाई करवाते हैं।”
शर्मा ने आगे कहा, “जब नई सरकार का कार्यकाल शुरू होता है, तब ऐसे कार्यों के लिए, उन सभी अधिकारियों और व्यक्तियों को, जो अपने राजनीतिक आकाओं के इशारे पर उन्हें खुश करने के लिए राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने, डराने, फ्रेम करने और बदनाम करने की कोशिश स्वरूप करते हैं, उसका जवाब देना पड़ सकता है।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि केंद्र की मौजूदा मोदी सरकार अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने के लिए सीबीआई जैसी एजेंसी का गलत इस्तामल कर रही है। बतौर शर्मा इस तरह की हरकत की वजह से ही सीबीआई जैसी संस्था की विश्वसनीयता पर संदेह पैदा होता है।
उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी जिंद उप चुनावों में उन्हें प्रचार करने से रोकने के लिए किया गया है। ताकि वो परेशान होकर राजनीतिक प्रचार में शामिल न हो सकें। बता दें कि 28 जनवरी को जिंद विधान सभा के लिए उप चुनाव होने हैं। वहां से कांग्रेस ने अपने प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला को उम्मीदवार बनाया है। सीबीआई अधिकारियों ने गुरुग्राम जमीन आवंटन से जुड़े साल 2009 के मामले में हुड्डा के 20 ठिकानों पर आज (25 जनवरी) छापेमारी की थी। ये ठिकाने दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में स्थित हैं। सीबीआई अफसरों की एक टीम ने हुड्डा के रोहतक आवास पर भी शुक्रवार की अहले सुबह पहुंचकर छापेमारी की थी।