नूपुर शर्मा केस में मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाले बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र को अब पर्यावरण को लेकर खरी-खरी सुना दी है। स्वामी ने एक अमेरिकी रिपोर्ट को लेकर कहा कि इसे रिजेक्ट करना ही काफी नहीं है, अमेरिका को अंतर बताने की भी जरूरत है।
दरअसल अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी की तरफ से जारी की जाने वाली पर्यावरण सूचकांक में भारत को 180 देशों की लिस्ट में सबसे लास्ट का स्थान मिला है। इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने इसे रिजेक्ट कर दिया। सरकार की तरफ से कहा कि जिन मापदंडों के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की गई है वह अवैज्ञानिक है।
इसी को लेकर बीजेपी के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। स्वामी का कहना है कि सिर्फ रिपोर्ट को ही रिजेक्ट नहीं किया जाए, बल्कि भारत अपनी एक रिपोर्ट जारी करे। उन्होंने ट्वीट करके कहा- “रिजेक्शन पर्याप्त नहीं है। भारत को अमेरिकी सूचकांक से हमारे सूचकांक में अंतर से अवगत कराने की आवश्यकता है।”
स्वामी के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया पर यूजर्स भी उनका साथ देते दिखे। लोगों ने स्वामी की इस मांग पर अपना समर्थन भी दिया। दीपेंद्र मोहन सिन्हा (@DeependraMSinha) ने लिखा- “सहमत हूं सर”। रोहन (@rohan10203070) नाम के यूजर ने लिखा- “बिलकुल सही कहा आपने”। एक अन्य यूजर @SaheePakdeHain) ने लिखा- “बहुत दिनों के बाद सार्थक और तार्किक टिप्पणी”।
बता दें कि स्वामी इससे पहले मोदी सरकार को नूपुर शर्मा वाले मामले में जमकर खरी-खोटी सुना चुके हैं। स्वामी ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि उसकी वजह से पिछले आठ सालों में कई बार भारत माता का सर झुका है। अब छोटे से कतर के सामने भी भारत झुक गया है। स्वामी ने कहा था कि यह भारत की विदेश नीति की विफलता है। भारत, रूस, अमेरिका, चीन के बाद अब खाड़ी देशों के सामने भी झुकने लगा है।