Kashmir Files फिल्म पर गिरिराज किशोर का कहना है कि पहली बार लोगों को सच जानने का मौका मिला। लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों को उनके तेवर रास नहीं आए। यूजर्स ने उनसे पूछा कि पिछले 8 साल से आपकी सरकार है तो अभी तक कश्मीरी पंडियों को बसाया क्यों नहीं।

गिरिराज सिंह फिल्म देखने के बाद कांग्रेस पर बरसे। उन्होंने कहा कि लाखों पंडितों की दुर्दशा पर जिनके आंसू सूख गए थे, इस फिल्म ने उनके रोंगटे खड़े कर दिए हैं। इस फिल्म के जरिये तुष्टिकरण की राजनीति का खेल सबके सामने आ गया है। अब जनता जान चुकी है कि कांग्रेस ने भारत के पंडितों के साथ क्या किया है? उनका कहना था कि फिल्म ने एक सही तस्वीर लोगों के सामने रखी है। ध्यान रहे कि फिल्म देखने के बाद गिरिराज के रोने की खबरें भी सामने आई थीं। उनका कहना था कि फिल्म में सच का सिर्फ चार आना ही दिखाया गया है। उन्होंने आमिर खान पर भी तंज कसा।

उधर, अजय कुमार खेमका का कहना है कि बीजेपी ने अगर एक भी काम कश्मीर पंडितों के लिए किया हो तो बताए। ये केवल वोट बैंक की राजनीति करते हैं। घाटी की आम मुसलमान खराब नहीं है। ये बताएं कि आतंकवादी कहां से आ रहे हैं। आज जो रिलीफ के तौर पर 13 हजार रुपये मिल रहे हैं वो कांग्रेस सरकार की देन हैं। कोई भी डेवलपमेंट नहीं हुआ है। पंडितों के लिए इन्होंने एक भी काम अच्छा नहीं किया। ये सात साल से वोट की राजनीति करने में लगे हैं। झूठा प्रचार कर रहे हैं।

डॉ. अमित यादव ने तंज कसते हुए कहा कि 2014 के झूठे चुनावी वायदों पर भी एक फिल्म बननी चाहिए। एक ने लिखा कि गोधरा कांड का सच भी अब बाहर आना चाहिए। एक ने कहा कि कश्मीर फाइल्स से कौन सा नया सच सामने आ गया बताएगा कोई? ऐसा क्या देख लिया जो नही पता था?? देव मीना ने लिखा- 8 साल से क्या पापड़ बेच रहा है, कितनों को बसाया अभी तक।

अरुण कुमार ने लिखा- Tax free से दोनो को फायदा। एक पैसा कमाएगा, दूसरा वोट कमाएगा। आठ सालों में किसने रोका है विस्थापितो को बसाने को। उजाड़ने वाले लोग भी तुम ही हो। तुम्हारे ही नेता मंत्री, सरकार, राजपाल। सब तुम्हारे ही तो थे। देश को गुमराह मत करो। प्रदीप गोयल ने लिखा- बिलकुल सच जानने का मौक़ा मिला की बीजेपी सत्ता के लिए किस तरह कश्मीरी पंडितों के पलायन और संहार के समय भी कैसे कुर्सी से चिपकी रही।