देश में इस समय सभी को कोरोना वैक्सीन का इंतजार है लेकिन वैक्सीन के बाद भी डॉक्टर सावाधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और हाथों की सफाई जरूरी है। इसे बनाए रखना है। डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि सबसे पहले वैक्सीन हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को दी जानी जरूरी है। पहले चरण में इन लोगों का टीकाकरण करने के बाद फिर आगे बढ़ना चाहिए। जितना ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो उतना अच्छा है। 50 से 70 फीसदी आबादी का टीकाकरण करने के बाद इम्युनिटी लोगों में अपने आप विकसित होने लगेगी। उन्होंने कहा कि आज भी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और हाथों की सफाई जरूरी है। इसे बनाए रखना है।
वहीं, मेदांता के डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि एक तो हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन जरूरी है। इसके बाद साठ साल से ऊपर के लोगों का टीकाकरण होगा। फिर इसके बाद 50 से ऊपर वालों का। फिर इसके बाद उन लोगों का नंबर आएगा जिनको कोई गंभीर बीमारी है और उनको कोरोना से जोखिम ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग वैक्सीन को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। दूसरी डोज के बाद ही पूरी तरह से इम्युनिटी आती है।
अरविंद कुमार ने कहा कि दूसरी डोज लेने के बाद भी सावधानी बरतने की जरूरत है। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, हाथों की सफाई और भीड़ भाड़ से दूर रहना ही पड़ेगा। वायरस खतरनाक है। आगे आने वाले वक्त में हो सकता है मामले बढ़े इसलिए हमें पहले ही सतर्क रहना होगा।
बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाई गई ऑक्सफोर्ड COVID-19 वैक्सीन को सरकार के विशेषज्ञों के पैनल द्वारा DCGI की अनुमति के लिए भेजा जाएगा। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका के साथ वैक्सीन Covishield बनाई है, जबकि Bharat Biotech ने ICMR के साथ मिलकर Covaxin तैयार की है।
विशेषज्ञ पैनल की बैठक चल रही है। दोनों समूहों ने बुधवार को पैनल के समक्ष प्रस्तुति दी। Pfizer ने अपना डेटा पेश करने के लिए और समय मांगा था। मालूम हो कि केंद्र इस महीने से वैक्सीन देना शुरू करना चाहता है। एक बार डीसीजीआई मंजूरी दे दे तो टीकाकरण शुरू हो जाएगा। बता दें कि कल सभी राज्यों में टीकाकरण के लिए एक ड्राई रन होना है।