रोपीय संघ (ईयू) के देश इस बात पर सहमत हो गए कि इस समूह के 27 सदस्य देशों में सर्दियों के अगले मौसम के लिए समस्त प्राकृतिक गैस भंडारण बढ़ाकर उनकी क्षमता का कम से कम 80 फीसद किया जाना चाहिए। ईयू के देश रूस द्वारा आपूर्तियों को और कम करने की आशंका की स्थिति के मद्देनजर अपनी तैयारी कर रहे हैं।
ईयू इस समय यूक्रेन में रूस के युद्ध के बीच रूसी ऊर्जा स्रोतों के इस्तेमाल को कम करने की और अन्य स्रोत खोजने की कोशिश कर रहा है। अगस्त में रूसी कोयले के आयात पर प्रतिबंध शुरू हो जाएगा तथा रूस से आने वाले अधिकतर तेल पर आने वाले आठ महीने में चरणबद्ध तरीके से रोक लगाई जाएगी।
इस बीच रूस प्राकृतिक गैस की आपूर्तियां अवरुद्ध कर रहा है जिसका इस्तेमाल बिजली कारखानों में और बिजली के उत्पादन के लिए किया जाता है।
ईयू ने यूरोपीय अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान पहुंचने के डर से अपनी खुद की लगाई पाबंदियों में इस र्इंधन को शामिल नहीं किया था। युद्ध शुरू होने से पहले यूरोपीय संघ के देशों को उनकी करीब 40 फीसद प्राकृतिक गैस रूस से मिलती थी।मास्को ने ईयू के अनेक देशों में गैस आपूर्ति कम कर दी है जिनमें बड़े आयातक देश जर्मनी और इटली भी शामिल हैं।उसने पोलैंड और फिनलैंड जैसे अन्य सदस्य देशों को आपूर्ति भी कम कर दी है।