इथियोपिया पुलिस ने कर्मचारियों का वेतन और कर का भुगतान नहीं करने के मामले में भारतीय कंपनी आइएल एंड एफएस के तीन भारतीय अधिकारियों को हिरासत में ले लिया है। कंपनी ने विदेश मंत्रालय को यह जानकारी भेजी है। आइएल एंड एफएस के पांच कर्मचारियों को इथोपियो में कंपनी के ही दूसरे स्टाफ ने वेतन नहीं देने के चलते बंधक बनाकर रखा है। पिछले महीने आइएल एंड एफएस की अनुषंगी आइएल एंड एफएस ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क (आइटीएनएल) के सात भारतीय कर्मचारियों को इथियोपिया के ओरोमिया और अमहारा राज्यों में बंधक बना लिया गया था। इनमें से दो लोगों को दो दिन पहले रिहा कर दिया गया था। भारतीय कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए वहां के स्थानीय लोगों ने इथियोपिया की सरकार पर दबाव बना रखा है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, आइएल एंड एफएस के इथियोपिया में 15 भारतीय कर्मचारी हैं। सात को अगवा किए जाने के बाद बचे रह गए आठ में से तीन अधिकारियों को वहां की पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इथियोपिया में संयुक्त उपक्रम के तहत हाईवे परियोजना का काम कर रही भारतीय कंपनी ने स्थानीय कर्मचारियों को पिछले दो महीने से वेतन नहीं दिया था। उसकी प्रतिक्रिया में वहां बंधक संकट शुरू हुआ। यहां काम कर रही आइएल एंड एफएस समूह और आइटीएनएल समेत उसकी विभिन्न अनुषंगी इकाइयां नकदी समस्या से जूझ रही हैं और कर्ज का भुगतान नहीं कर पा रही है। इस समूह के ऊपर आठ अक्तूबर 2018 तक कुल 94,215.6 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। इसकी कारण भुगतान संकट शुरू हुआ है।