प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमें 100 से ज्यादा घंटों तक न्यूजक्लिक के एडिटर प्रबीर पुरकायस्थ और लेखक गीता हरिहरण (जो कि पोर्टल में शेयरहोल्डर भी हैं) के घर पर छापे मारने के बाद शनिवार रात को आखिरकार लौट गईं। इस ऑनलाइन न्यूज पोर्टल के करीब 10 परिसरों पर ईडी का छापा मंगलवार को शुरू हुआ था। ईडी ने कहा कि न्यूजक्लिक पर छापेमारी कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस से जुड़ी हुई है और एजेंसी संगठन को विदेशों की संदिग्ध कंपनियों से धन मिलने की जांच कर रही है।

गौरतलब है कि आमतौर पर ईडी एक या दो दिन तक ही छापेमारी की कार्रवाई करता है। पर अधिकारियों का कहना है कि संपादक पुरकायस्थ और हरिहरण के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों से कुछ कुछ डंप डेटा को निकालने में आ रही तकनीकी दिक्कतों के कारण छापेमारी में इतना समय लग गया। हालांकि, ईडी की इस लंबी छापेमारी की वजह से एडिटर और लेखक को अपने-अपने घरों में बंद रहना पड़ा।

ईडी ने कहा कि वे (पुरकायस्थ और हरिहरण) नहीं चाहते थे कि हम उनके इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अपने साथ ले जाएं, इसलिए हमारे पास उनके घरों में और उनकी मौजूदगी में डेटा निकालने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था। टीम ने बताया कि दोनों के ईमेल का बैकअप हासिल करने में काफी समय लग गया। इसके अलावा घर पर छापेमारी काफी देर पहले ही खत्म हो चुकी थी।

बता दें कि न्यूजक्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ वरिष्ठ पत्रकार हैं और वे इमरजेंसी के समय छात्र के तौर पर भी जेल जा चुके हैं। वहीं, हरिहरण जानी-मानी लेखिका हैं और उन्हें उनकी पहली नोवेल- ‘द थाउजेंड’ के लिए कॉमनवेल्थ राइटर्स प्राइज से नावाजा गया था।

न्यूजक्लिक के किन-किन दफ्तरों पर डाले गए छापे?: सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने न्यूजक्लिक और उसके पत्रकारों के खिलाफ 9 फरवरी को छापेमारी शुरू की थी। ईडी की अलग-अलग टीमों ने दिल्ली और यूपी के गाजियाबाद में 10 परिसरों में छापा डाला। इनमें न्यूजक्लिक का दक्षिण दिल्ली स्थित सुलाजाब स्थित ऑफिस भी शामिल था। इसके अलावा न्यूजक्लिक की पैरेंट कंपनी पीपीके न्यूजक्लिक स्टूडियो पर भी छापेमारी की गई। बताया गया है कि इनमें से छह परिसरों में उसी दिन छापेमारी पूरी हो गई, जबकि तीन जगहों पर अगले दिन रेड पूरी हुई।

ईडी के सूत्रों का कहना है कि वे न्यूज पोर्टल में तीन अमेरिकी कंपनी द्वारा हुए 30 करोड़ रुपए के निवेश की जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी की छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से जारी है। हालांकि, न्यूजक्लिक का कहना है कि उसके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और उन्होंने सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया है।