Elections News 2019: महाराष्ट्र में सोमवार को विधानसभा चुनाव के लिए हो रहे मतदान के बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने विनायक दामोदर सावरकर पर बयान देकर पार्टी के कई नेताओं को हैरान कर दिया। सिंघवी ने ट्वीट करके कहा कि भले ही वह सावरकर की विचारधारा से सहमत न हों, लेकिन यह तथ्य भुलाया नहीं जा सकता कि सावरकर ने आजादी और दलित अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और देश के लिए जेल गए।

द इंडियन एक्सप्रेस में छपे कॉलम डेल्ही कॉन्फिडेंशियल के मुताबिक, ऐसा सुनने में आया है कि सिंघवी का ट्वीट वायरल होने के बाद कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने उन्हें फोन किया। कुछ नेताओं के मुताबिक, पटेल ने सिंघवी से पूछा कि चुनाव वाले दिन वह इस तरह का ट्वीट कैसे कर सकते हैं? वहीं, सिंघवी के नजदीकी लोगों की मानें तो पटेल ने सिर्फ इतना पूछा कि उनके ट्वीट का क्या मतलब है?

सिंघवी ने कुछ घंटे बाद एक और ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा, ”भारतीय विचारधारा की ताकत उसका समावेशी होना है। आजादी की लड़ाई के कई आयाम हैं। कोई सावरकर की कट्टरता और उनके राष्ट्रवाद के हिंस तत्व तथा गांधी के खिलाफ उनके हमले से सहमत नहीं हो सकता, लेकिन यह स्वीकार करना होगा कि उनके इरादे राष्ट्रवादी थे।” इससे पहले वाले ट्वीट में सिंघवी ने लिखा, ”मैं व्यक्तिगत तौर पर सावरकर की विचारधारा से सहमत नहीं हूं लेकिन इस तथ्य को नकारा नहीं जा सकता कि वह निपुण व्यक्ति थे जिन्होंने आजादी की लड़ाई में भूमिका निभाई, दलित अधिकारों की लड़ाई लड़ी और देश के लिए जेल गए। यह कभी नहीं भूलना चाहिए।”

कांग्रेस नेता ने महात्मा गांधी के संदेशों के प्रसार के लिए हिंदी सिनेमा की हस्तियों की मदद लेने की खातिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की। सिंघवी ने कहा, ”जहां कोई तारीफ का हकदार है वहां उसकी तारीफ होनी चाहिए। गांधी जी के स्वच्छता से जुड़े संदेश के प्रसार के लिए नरेंद्र मोदी बॉलीवुड की सॉफ्ट पावर का इस्तेमाल कर रहे हैं।”

बता दें कि सावरकर के संदर्भ में सिंघवी की इस टिप्पणी से कुछ दिनों पहले ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुंबई में संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि प्रधानमंत्री रहते हुए इंदिरा गांधी ने सावरकर की याद में डाक टिकट जारी किया था। उन्होंने यह भी कहा था कि वे सावरकर के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उस विचारधारा के खिलाफ हैं, जिसके पक्ष में वह (सावरकर) खड़े थे।

गौरतलब है कि महाराष्ट्र भाजपा ने अपने चुनावी घोषणापत्र में सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की मांग की है। इसके बाद से ही इस मसले पर सियासी घमासान छिड़ गया है। भाजपा का यह घोषणापत्र आने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा था कि अगर सावरकर को भारत रत्न देने पर विचार होता है तो फिर इस देश को भगवान ही बचाए।

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)