West Bengal, Tamil Nadu, Kerala, Assam Election Results 2021: ममता बनर्जी पांच मई को तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कोविड-19 संकट के चलते समारोह में कुछ ही व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। इससे पहले, बनर्जी ने नियमों का पालन करते हुए राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। धनखड़ ने ट्वीट किया, ”मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुझसे मुलाकात की और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंपा, जिसके स्वीकार कर लिया गया। उनसे वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया गया है।” हाल ही में संपन्न पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी 292 में से 213 सीटें जीतकर लगाकर तीसरी बार सत्ता में आई है। भाजपा को 77 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
Election Results 2021 LIVE: West Bengal | Tamil Nadu | Kerala | Assam । Puducherry
उधर, अन्नाद्रमुक के शीर्ष नेताओं- ओ पनीरसेल्वम और के. पलानीसवामी के नेतृत्व में यहां पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की सात मई को बैठक होगी। पार्टी की ओर से जारी विज्ञप्ति में सोमवार को कहा गया कि बैठक यहां अन्नाद्रमुक कार्यालय में होगी। बैठक में विधायक दल का नेता चुना जा सकता है। अन्नाद्रमुक को छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में द्रमुक से हार का सामना करना पड़ा है। द्रमुक ने राज्य विधानसभा की 234 सीटों में से 133 सीट जीती हैं, जबकि अन्नाद्रमुक के खाते में महज 66 सीट आई हैं।
वहीं, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को कहा कि वाम मोर्चे की बैठक के बाद वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण और प्रस्तावित नए चेहरों पर फैसला होगा। विजयन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पहले एलडीएफ की बैठक होगी उसके बाद ही इन मामलों पर फैसला होगा। उन्होंने कहा कि इस बारे में भी अभी फैसला नहीं हुआ है कि एलडीएफ की अहम बैठक कब होगी। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार में नए चेहरे होंगे, वाम नेता ने कहा कि नए चेहरे दिखेंगे। विजयन ने कहा, “संदेह क्या है? लेकिन विभिन्न सहयोगियों के साथ चर्चा की जाएगी, उसके बाद ही स्पष्ट तस्वीर उभरेगी।” उन्होंने कहा कि नई सरकार की प्राथमिकताएं कोविड संबंधी गतिविधियां और बढ़ते मामलों को कम करना होगी।
असम में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि वह विपक्षी महागठबंधन की इस पराजय का विश्लेषण करने के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन करेगी। विपक्षी महागठबंधन के नेताओं ने यहां एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि असम जातीय परिषद (एजेपी) और रायजोर दल के कारण उन्हें असम के ऊपरी क्षेत्र में करीब 10 सीटों का नुकसान हुआ है। जिसके कारण चुनाव का परिणाम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पक्ष में चला गया। असम की 126 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन को 50 सीटें मिली हैं जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ मोर्चे ने 75 सीटों पर अपना कब्जा जमाया है। निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने वाले रायजौर दल को केवल एक सीट से ही संतोष करना पड़ा।
निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ही असम के अगले मुख्यमंत्री होंगे या भाजपा उनकी जगह किसी नये चेहरे को प्राथमिकता, इस बारे में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने आंतरिक चर्चा शुरु कर दी है। संभावना है कि अगले एक दो दिनों में पार्टी इस बारे में कोई निर्णय ले। सोनोवाल के अलावा उनके मंत्रिमंडल सहयोगी हिमंत बिस्व सरमा को भी मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदारे के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि इस बारे में पार्टी में आंतरिक मंथन आरंभ जारी है और जल्द ही संसदीय बोर्ड नेता के चयन की प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर सकता है।
भाजपा विधायक दल की बैठक में केंद्र की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में विधायक दल का नेता चुना जाता है। सामान्य तौर पर पार्टी के शीर्ष नेताओं की पसंद को ये पर्यवेक्षक विधायकों के सामने रखते है और विधायकों से उस पसंद पर सहमति ली जाती है।
ममता बनर्जी पांच मई को तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कोविड-19 संकट के चलते समारोह में कुछ ही व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। इससे पहले, बनर्जी ने नियमों का पालन करते हुए राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। धनखड़ ने ट्वीट किया, ''मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुझसे मुलाकात की और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंपा, जिसके स्वीकार कर लिया गया। उनसे वैकल्पिक व्यवस्था होने तक पद पर बने रहने का अनुरोध किया गया है ।'' धनखड़ ने ट्वीट किया, ''टीएमसी द्वारा ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल की 17वीं विधानसभा का नेता चुने जाने का संप्रेषण मिलने के बाद बनर्जी को पांच मई पूर्वाह्न 10 बजकर 45 मिनट पर मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने के लिये राजभवन आमंत्रित किया गया है।''
निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल की दो विधानसभा सीटों पर चुनाव और ओडिशा की एक विधानसभा सीट पर उपचुनाव टाल दिया है। तीनों सीटों पर 16 मई को मतदान होना था। पश्चिम बंगाल की जांगीपुर और समसेरगंज विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव और ओडिशा कर पीपली विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव टाला गया है।
निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ही असम के अगले मुख्यमंत्री होंगे या भाजपा उनकी जगह किसी नये चेहरे को प्राथमिकता, इस बारे में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने आंतरिक चर्चा शुरु कर दी है। संभावना है कि अगले एक दो दिनों में पार्टी इस बारे में कोई निर्णय ले। सोनोवाल के अलावा उनके मंत्रिमंडल सहयोगी हिमंत बिस्व सरमा को भी मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदारे के रूप में देखा जा रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि निर्वाचन आयोग को भंग किया जाए और इसके सदस्यों के कदमों की जांच होनी चाहिए। इसने मतदाताओं के विश्वास के साथ धोखा किया है। उन्होंने यह मांग भी की है कि उच्चतम न्यायालय की एक संविधान पीठ को मुख्य निर्वाचन आयुक्त और निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्तियों के लिए पात्रता के बारे में फैसला करना चाहिए।
चुनाव के बाद बंगाल में शुरू हुई हिंसा में 24घंटे में 9 लोगों की मौत हुई, प्रदेश में भय का वातावरण है। सत्ताधारी पार्टी हाथ बांध कर बैठी है, पुलिस निष्क्रिय है। हम राज्यपाल के पास निवेदन लेकर आए थे, उन्होंने निवेदन स्वीकार किया और आश्वासन दिया।
सीएए विरोधी कार्यकर्ता अखिल गोगोई असम में जेल से विधानसभा का चुनाव जीतने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं। उन्होंने सिबसागर सीट से भाजपा की अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सुरभि राजकोनवारी को 11,875 मतों से शिकस्त दी है। नव गठित रायजोर दल के संस्थापक दिसंबर 2019 से राजद्रोह के आरोप में जेल में बंद हैं। निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़े अखिल गोगोई को 57,219 वोट मिले जो 46.06 प्रतिशत मत हैं।
ममता बनर्जी पांच मई को तीसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। पार्टी महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि नव-निर्वाचित विधायकों ने यहां हुई बैठक में बनर्जी को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। तृणमूल विधायकों ने मौजूदा विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी को नयी विधानसभा का कार्यवाहक अध्यक्ष चुना है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की प्रचंड जीत की सराहना करते हुए सोमवार को कहा कि अहंकार, धन बल और विभाजनकारी एजेंडे की हार हुई है।
केरल में पहली बार विधानसभा में ससुर और दामाद एक साथ बैठेंगे और इस प्रकार इतिहास का एक नया अध्याय शुरू करेंगे। 77 वर्षीय ससुर और कोई नहीं बल्कि मुख्यमंत्री पी विजयन हैं जबकि दामाद उनकी बेटी के पति पीए मोहम्मद रियाज़ हैं जो डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। रियाज़ विजयन की बेटी वीणा के पति हैं और दोनों ने 15 जून 2020 को मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास क्लीफ हाउस में शादी की थी। विजयन ने कन्नूर जिले की धर्मदाम सीट से 50,000 मतों के अंत से जीत दर्ज की है जबकि 44 वर्षीय रियाज़ कोझीकोड जिले में वाम दल के गढ़ बेयपोर से निर्वाचित हुए हैं। विधानसभा के लिए सियासतदानों के बेटे व बेटियों के निर्वाचित होने का इतिहास रहा है, लेकिन यह पहली बार है कि ससुर और दामाद, दोनों विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं।
एलडीएफ ने इतिहास रचते हुए केरल में फिर से सत्ता में वापसी की और राज्य में वाम और कांग्रेस के नेतृत्व वाले मोर्चे के बारी-बारी से सत्ता में आने के दशकों पुराने चलन को तोड़ दिया। एलडीएफ ने 140 सदस्यीय विधानसभा में 99 सीटें जीतीं जबकि विपक्षी यूडीएफ ने 41 सीटें जीतीं। वहीं, भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई।
केरल में सत्तारूढ़ माकपा नीत एलडीएफ का नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद नए मंत्रिमंडल के गठन से पहले सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सूत्रों ने बताया कि विजयन दोपहर के करीब राज भवन पहुंचे और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंपा।
असम विधानसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को जीत मिली है। कांग्रेस गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि अजमल की पार्टी एआईयूडीएफ ने 100 प्रतिशत रिजल्ट दिया है। उसके सभी उम्मीदवार चुनाव जीत गए हैं।
कांग्रेस ने तमिलनाडु की कन्याकुमारी लोकसभा सीट के उपचुनाव में जीत हासिल करते हुए इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा है। कांग्रेस उम्मीदवार विजय वसंत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार पोन राधाकृष्णन को 1,37,950 मतों के अंतर से पराजित किया। पिछले साल कांग्रेस सांसद एच वसंत कुमार के निधन के कारण यहां उपचुनाव हुआ। वसंत कुमार का निधन कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से हुआ था।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई.पलानीसामी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया हैं। उन्होंने सोमवार को अपना त्यागपत्र तमिलनाडु के राज्यपाल को भेज दिया।
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एआईडीएमके गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है। लेकिन उसके सहयोगी दल बीजेपी को तीन सीटों का लाभ हुआ है। बीजेपी ने इस चुनाव में 4 सीटों पर जीत दर्ज की है पिछले चुनाव में उसे एक सीट मिली थी।
असम विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी गठबंधन को जीत मिली है। इस चुनाव में बीजेपी की सहयोगी दल असम गण परिषद को 14 सीटों पर जीत मिली है। वहीं बीजेपी को 60 सीटों पर जीत मिली है।
केरल में हुए विधानसभा चुनाव में सभी 140 सीटों का परिणाम सामने आ गया है। इस बार के चुनाव में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को 15 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस ने 21 सीटों पर जीत दर्ज किया है।
केरल में एक बार फिर से वाममोर्चे की वापसी हुई है। पिछले चार दशक से एलडीएफ और यूडीएफ में से कोई भी सत्ता में लगातार दूसरी बार वापसी नहीं कर रहा था। लेकिन इस चुनाव में बीजेपी को भी नुकसान का सामना करना पड़ा। बीजेपी को इस बार एक भी सीट पर जीत नहीं मिली।
असम में भारतीय जनता पार्टी सरकार की वापसी हुई है। बीजेपी नेता और राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि यह जीत असम के लोगों को समर्पित है। उन्होंने कहा कि अच्छे कर्म का अच्छा नतीजा।
विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि वह जनादेश को स्वीकार करते हैं और पार्टी मूल्यों एवं आदर्शों के लिए अपना संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करते हैं। अपने कार्यकर्ताओं और हमें समर्थन देने वाले लाखों लोगों का आभार। हम मूल्यों और आदर्शों के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद रविवार को कहा कि वह जनादेश को स्वीकार करती है तथा वह इसका विश्लेषण करेगी और गलतियां सुधारेगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और द्रमुख अध्यक्ष एम के स्टालिन को क्रमश: पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में चुनावी जीत पर रविवार को बधाई दी । केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने श्रृंखलाबद्ध ट्वीट में केरल के मुख्यमंत्री एवं माकपा नेता पी विजयन की राज्य विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की जीत के लिये सराहना की ।
पुडुचेरी की 30 विधानसभा सीटों में से 22 सीटों के नतीजों में एआईएनआरसी की अगुवाई में राजग 13 सीटें जीतकर और दो पर बढ़त बनाकर सरकार बनाने के लिए तैयार है।
भाजपा नीत राजग ने रविवार को घोषित विधानसभा चुनाव परिणाम में अभी तक 64 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर लिया है। राज्य विधानसभा में कुल 126 सीटें हैं। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, भाजपा के हिस्से में 50 सीटें आयी हैं जबकि उसके गठबंधन सहयोगियों असम गण परिषद (एजीपी) के हिस्से में नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के हिस्से में छह सीटें आयी हैं।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन का दशकों का राजनीतिक कौशल उनके नेतृत्व वाले एलडीएफ को रविवार को घोषित विधानसभा चुनाव परिणाम में मिली शानदार जीत का एक प्रमुख कारण है। राज्य में करीब चार दशक से एलडीएफ और यूडीएफ एक-एक कार्यकाल के लिए सत्ता में आते थे, ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी गठबंधन ने लगातार दो बार चुनाव जीता है।
पिछले कुछ वर्षों में एक के बाद एक चुनावी शिकस्त से उबरने की कोशिश में लगी कांग्रेस को इस बार चार राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में हुए इन चुनावों में, खासकर असम एवं केरल में, बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद थी। लेकिन जो नतीजे आ रहे हैं उससे पार्टी की दिक्कतें कम होने के बजाय बढ़ने के आसार बन रहे हैं। असम, केरल और पुडुचेरी में चुनावी हार तथा पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का सफाया होना न सिर्फ पार्टी, बल्कि पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए भी झटका है।
भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को कहा कि कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत की बदौलत पार्टी पश्चिम बंगाल में प्रमुख विपक्षी दल के रूप में उभरी है और वह अपनी विचारधारा का विस्तार करती रहेगी तथा ‘‘सोनार बांग्ला’’ के सपने को पूरा करने के लिए काम करेगी। नड्डा ने कहा कि भाजपा जनादेश का सम्मान करती है और बंगाल की जनता के प्रति आभार प्रकट करती है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष सहित सभी कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद दिया।
तृणमूल कांग्रेस मुख्य निर्वाचन कार्यालय, पश्चिम बंगाल को पत्र लिखा है, जिसमें नंदीग्राम के वोटों की तत्काल पुन: गिनती की मांग की गई है।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख दिलीप घोष ने रविवार को कहा कि ऐसा लगता है कि लोगों ने टीएमसी से भाजपा में आए नेताओं को स्वीकार नहीं किया, क्योंकि इस तरह के कई उम्मीदवार चुनाव हार गए। घोष ने कहा, ‘‘हमें इस तरह के नतीजों की उम्मीद कभी नहीं थी। लोगों से हमें जो प्रतिक्रिया और रुझान मिल रहे थे, वह कुछ अलग बता रहे थे। लेकिन, हम इस नतीजे को स्वीकार करते हैं और अब एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे।’’
पहली बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बनने जा रहे द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने रविवार को राज्य के लोगों को उनकी पार्टी को जीत दिलाने को लेकर धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि वह उनके लिए ईमानदारी से काम करेंगे। स्टालिन ने उनकी पार्टी को छठी बार तमिलनाडु पर शासन करने का जनादेश देने को लेकर राज्य के सभी लोगों के प्रति ‘हार्दिक धन्यवाद’ प्रकट किया।
पुडुचेरी में छह अप्रैल को हुए विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को चल रही मतगणना में एनआर कांग्रेस ने आठ सीटें और उसकी सहयोग भाजपा ने चार सीटें जीती हैं जबकि कांग्रेस के नेतृत्व वाला गठबंधन तीन सीटों पर विजयी रहा है। निर्वाचन आयोग ने बताया कि 30 विधानसभा सीटों में से 14 के नतीजे आ गये हैं तथा एआईएनआरसी ने आठ, भाजपा ने तीन, द्रमुक ने एक तथा कांग्रेस ने दो सीटें जीती हैं।
‘मेट्रो मैन’ के नाम से चर्चित और भाजपा प्रत्याशी ई श्रीधरन को पलक्कड़ सीट से कांग्रेस के शफी परमबिल ने 3859 मतों से हराया।
भाजपा के हिमंत बिस्व सरमा ने एक लाख से अधिक मतों के अंतर से विधानसभा चुनाव जीता गुवाहाटी, दो मई (भाषा) असम के वरिष्ठ मंत्री एवं भाजपा नेता हिमंत बिस्व सरमा ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रोमेन चंद्र बोरठाकुर को रविवार को 1,01,911 मतों के अंतर से हराकर जालुकबारी सीट पर कब्जा बरकरार रखा है।
आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस ने तिरुपति (एससी) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में मुख्य विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) को 2.70 लाख से ज्यादा मतों के अंतर से हराया है। वाईएसआरसी के उम्मीदवार एम गुरुमूर्ति ने तेदेपा उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री पनबाका लक्ष्मी को शिकस्त दी। भाजपा उम्मीदवार और पूर्व आईएएस अधिकारी के रत्ना प्रभा महज 5.16 प्रतिशत वोट पाने में कामयाब रहीं। उनकी जमानत भी जब्त हो गयी। भाजपा के लिए संतोष की बात यह रही कि 2019 के चुनाव में वोटों में उसकी भागीदारी महज 1.22 प्रतिशत थी जो इस बार बढ़ गयी। पूर्व राज्य मंत्री और कांग्रेस के प्रत्याशी चिंता मोहन 10,000 वोट भी नहीं हासिल कर सके। तिरुपति लोकसभा सीट से निवर्तमान सांसद बल्ली दुर्गा प्रसाद राव के कोविड-19 से निधन के कारण 17 अप्रैल को उपचुनाव कराया गया।
अभी की स्थिति के मुताबिक पश्चिम बंगाल में टीएमसी 213, भाजपा 78 और अन्य 01 सीट पर आगे हैं। तमिलनाडु में एआईएडीएमके गठबंधन 86, डीएमके गठबंधन 145 और अन्य दो पर आगे हैं। असम में भाजपा 78, कांग्रेस 46 और अन्य दो पर आगे हैं।
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया है कि नंदीग्राम में ममता बनर्जी लगभग 1600 वोटों से हार गई है। ममता बनर्जी ने भी अपने भाषण में कहा कि नंदीग्राम के लोग जो फैसला करेंगे. उसे स्वीकार किया जाएगा। बता दें कि पहले खबर आई थी कि ममता बनर्जी जीत गई हैं। हालांकि सुबह से वह पीछे चल रही थीं। चुनाव आयोग भी शुभेंदु को 2000 वोट से आगे दिखा रहा है।
ममता बनर्जी ने कहा कि कोरोना से निपटने के बाद बहुत बड़ी रैली निकाली जाएगी। उसका समय बाद में बता दिया जाएगा। अभी कोई भी जश्न नहीं होना है। ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल ही भारत को बचाएगा।
यह विजय बंगाल को बचाने के लिए है और लोगों ने बंगाल के लिए वोट किया है। मैं कहूंगी कि सबसे ज्यादा खेला होबे और जय बांग्ला नारे ने काम किया है। मैं इसके लिए भी धन्यवाद दूंगी। मैं सभी को धन्यवाद देती हूँ। कोरोना बढ़ रहा है और हमें ध्यान रखना पड़ेगा कि मिलकर लड़ना है और कोरोना को हराना है। अब हम जीत के बाद भी कोई जश्न नहीं करेंगे। छोटा सा शपथग्रहण समारोह होगा और इसके बाद कोरोना से लड़ाई में जुड़ जाएंगे।