चुनाव आयोग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली चुनाव के वोटिंग प्रतिशत की जानकारी दी है। चुनाव आयोग के मुताबिक दिल्ली में 62.59 फीसदी वोटिंग हुई है, जो कि पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले 2% ज्यादा है। चुनाव आयोग ने बताया कि दिल्ली कैंट में सबसे कम यानि कि 45% वोटिंग हुई जबकि सबसे ज्यादा वोटिंग बल्लीमारान में हुई।
ओखला में 58 फीसदी मतदान हुआ। बता दें कि ओखला के शाहीन बाग इलाके में ही बीते कई दिनों से संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ धरना प्रदर्शन जारी है। सीलमपुर में 71 फीसदी के करीब मतदान हुआ।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को देर शाम वोटिंग खत्म हुई। जिसके बाद देर रात तक ईवीएम मशीनें रिसेप्शन सेंटर पर आती रहीं और फिर इन्हें स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया।
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने एक चुनाव अधिकारी के कथित तौर पर ईवीएम के साथ देखे जाने की बात उठायी थी और ईवीएम की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे। इस पर चुनाव आयोग ने सफाई देते हुए कहा कि रिजर्व मशीन के दो सेट दिए गए थे और मतदान के बाद अधिकारी जब मशीनों को लेकर पुलिसकर्मियों के साथ पैदल ही गाड़ी की तरफ आ रहे थे, तभी लोगों ने उनसे पूछताछ करनी शुरू कर दी। जिससे भ्रम की स्थिति पैदा हुई।
क्या रिज़र्व EVM के साथ नही जाती इस कर्मचारी को बाबरपुर विधान सभा के सरस्वती विद्या निकेतन स्कूल में लोगों ने EVM के साथ पकड़ा @ECISVEEP pic.twitter.com/rN7UEZ1pe0
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 8, 2020
आयोग के अधिकारियों ने बताया कि चुनाव अधिकारी को ईवीएम के साथ देखकर लोगों को भ्रम हुआ। आयोग के अधिकारियों ने बताया कि सभी की मौजूदगी में ईवीएम को सील किया गया था।
बता दें कि इससे पहले आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग द्वारा वोटिंग प्रतिशत का आधिकारिक आंकड़ा नहीं जारी करने पर सवाल उठाए थे। अरविंद केजरीवाल ने देरी को लेकर अपने एक ट्वीट में हैरानी और चिंता जाहिर की थी। वहीं आप नेता संजय सिंह ने भी इसे लेकर नाराजगी जाहिर की थी।
इससे पहले आप नेता संजय सिंह ने कहा था कि “दिल्ली चुनाव में कितने प्रतिशत मतदान हुआ, ये दिल्ली और देश के लोग जानना चाहते हैं। चुनाव आयोग वोटिंग प्रतिशत बताने में इतनी देर क्यों कर रहा है? लोकसभा चुनाव में एक घंटे के अंदर चुनाव आयोग वोटिंग प्रतिशत बता देता है, दिल्ली जैसे छोटे राज्य में इतना विलंब क्यों?”