हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए बीजेपी द्वारा बनाए गए एक वीडियो पर चुनाव आयोग ने बीजेपी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीजेपी की हरियाणा ईकाई ने यह वीडियो अपने X हैंडल पर पोस्ट किया था। इस कैंपेन वीडियो में एक बच्चे का इस्तेमाल किया गया है, जो ECI की गाइडलाइंस के खिलाफ है। ECI गाइडलाइंस चुनाव संबंधी गतिविधियों और प्रचार में बच्चों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाती हैं।

इस संबंध में हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। चुनाव आयोग ने बीजेपी से कहा है कि वो गुरुवार शाम छह बजे तक अपना जवाब दाखिल करे। न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव आयोग ने बीजेपी हरियाणा की सोशल मीडिया यूनिट को नोटिस जारी कर “तत्काल सुधारात्मक कदम” उठाने को कहा है।

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फरवरी में चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों से कहा था कि वे इलेक्शन कैंपेन और रैलियों में “किसी भी तरह से” बच्चों का इस्तेमाल न करें। चुनाव आयोग ने कहा था, “राजनीतिक दलों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि वे बच्चों को चुनाव प्रचार में किसी भी तरह से शामिल न करें। इनमें रैलियां, नारे लगाना, पोस्टर या पर्चे बांटना या चुनाव से संबंधित अन्य गतिविधियां शामिल हैं।”

चुनाव प्रचार के दौरान बैलगाड़ी पर नजर आए नायब सैनी

बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जींद के निडानी गांव से गुजरते समय अपने काफिले को छोडक़र सड़क से गुजर रही एक बैलगाड़ी में सवार हो गए। नायब सैनी की बैलगाड़ी वाली सवारी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आयी है। सैनी ने इस दौरान ना केवल बैलगाड़ी की सवारी की, बल्कि बैलगाड़ी स्वयं हांकी भी। हालांकि इस दौरान वह महिला सैनी के बगल में बैठी रही जिसकी वह बैलगाड़ी थी।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ BJP हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी बैलगाड़ी में सवार थे। इस दौरान सैनी ने बैलगाड़ी में सवार गांव की कृषि क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं से बातचीत करके उनकी समस्याओं को जाना। उसके बाद जींद से मुख्यमंत्री समालखा के लिए निकल गए। कुछ समय पहले मुख्यमंत्री सैनी की एक खोखे पर खुद चाय बनाकर पीने के अलावा वहां मौजूद अन्य लोगों को चाय पिलाने का एक वीडियो और तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आयी थी। ( इनपुट – PTI / ANI)

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