Rajya Sabha Election ECI: चुनाव आयोग ने 17 राज्यों की 55 राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को चुनाव कराने की घोषणा की है। ये सीटें अप्रैल 2020 में खाली हो रही है। चुनाव के दिन ही मतगणना भी हो जाएगी और देर शाम तक नतीजे आ जाएंगे। जिन राज्यों में चुनाव होना है, उनमें महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, मणिपुर, राजस्थान और मेघालय शामिल है। इस चुनाव में कांग्रेस सबसे ज्यादा करीब 19 सीटें गवां सकती है और उच्च सदन में पार्टी कमजोर हो सकती है।

राज्यसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 6 मार्च को जारी की जाएगी, नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 13 मार्च है। जिन सांसदों की सदस्यता समाप्त हो रही है उनमें एनसीपी नेता शरद पवार, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (आरपीआई-अठावले), कांग्रेस के दिग्गज नेता मोतीलाल वोरा और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल (भाजपा), सीपी ठाकुर (भाजपा) प्रमुख चेहरे हैं।

गुजरात में चार सीटों का कार्यकाल 9 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। सत्तारूढ़ भाजपा के पास वर्तमान में चार में से तीन सीटें हैं, जिनमें से एक पर कांग्रेस का कब्जा है। बीजेपी के तीन सांसदों का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा जिसमें जूनागढ़ से चुन्नीभाई गोहेल, अहमदाबाद से शंभुप्रसाद टुंडिया और आणंद से लालसिंह बड़ोदिया शामिल हैं। मधुसूदन मिस्त्री कांग्रेस के सांसद हैं।

इस बार के चुनाव में कांग्रेस मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और रणदीप सुरजेवाला जैसे बड़े नेताओं को राज्यसभा भेज सकती है। वहीं बिहार में भी कांग्रेस ने एक सीट से अपने नेता को उच्च सदन में भेजने के लिए सहयोगी पार्टी राजद के सामने प्रस्ताव रखा है। कांग्रेस कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मेघालय और असम में राज्यसभा की अपनी सीटें गंवाएगी। हालांकि छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में उसे कुछ सीटों का फायदा होगा।

वहीं इन चुनावों में सत्तारूढ़ राजग का बहुमत ऊपरी सदन में बढ़ सकता है। अप्रैल में खाली होने वाली सीटों के लिए चुनाव की घोषणा के बाद जून, जुलाई और नवंबर में खाली हो रही सीटों के लिए भी इस साल चुनाव होना है। राजग को फायदा होने की वजह उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में उसकी सरकार है।