ED Raid: मुंबई में मौजूद वक्रांगी टेक्नोलॉजी फर्म के चेयरमैन दिनेश नंदवाना की उस वक्त मौत हो गई, जब प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम अंधेरी में उनके परिसर में तलाशी ले रही थी। पुलिस की तरफ से कहा गया है कि मौत की वजह पोस्टमार्टम की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, तलाशी के दौरान उन्हें स्वास्थ्य से संबंधी कुछ परेशानी हुई थी। इसी वजह से उनकी मौत हो गई।

एमआईडीसी पुलिस ने दुर्घटनावश मौत की रिपोर्ट दर्ज की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि परिवार ने बुरे बर्ताव की कोई भी शिकायत नहीं की है। स्थानीय डिविजन की मदद से प्रवर्तन निदेशालय की जालंधर की टीम ने नंदवाना के परिसर समेत कई जगह पर छापेमारी कर रही थी। इसी वक्त नंदवाना को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने लगीं। छापेमारी के दौरान ईडी आमतौ पर परिसर में पाए जाने वाले संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज करता है और कार्यवाही के दौरान उनके बाहर आने जाने पर बिल्कुल प्रतिबंध होता है।

कंपनी ने जारी किया बयान

कंपनी ने बीएसई को एक बयान जारी कर कहा, ‘गहरे दुख के साथ, हम सूचित करते हैं कि हमारे प्रमोटर और चेयरमैन एमेरिटस दिनेश नंदवाना उम्र 62 साल, आज दोपहर यानी 31 जनवरी, 2025 को स्वर्ग सिधार गए हैं। दिनेश नंदवाना पहली पीढ़ी के उद्यमी थे, जिन्होंने बहुत मजबूत बुनियादी सिद्धांतों के आधार पर कंपनी को अपने वर्तमान स्तर पर लाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने वक्रांगी को एक मामूली कंसल्टेंसी कंपनी से एक प्रमुख ताकत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और कंपनी को विकास के नए पायदान पर पहुंचाया।”

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ईडी ने मध्यप्रदेश में भी की थी छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को बताया कि एजेंसी ने मध्यप्रदेश स्थित एक दुग्ध उत्पाद निर्माण कंपनी के खिलाफ छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की सावधि जमा (एफडी), 25 लाख रुपये नकद, कुछ महंगे वाहन और 60 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य की संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए हैं। ईडी ने बताया कि जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और कंपनी के प्रमुख व्यक्तियों जैसे किशन मोदी, पायल मोदी, अमित कुकलोद और अन्य के खिलाफ धन शोधन जांच के तहत 29 जनवरी को भोपाल, सीहोर और मुरैना में छापेमारी की गई।