प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मनी लॉड्रिंग मामले में पूछताछ कर रही है। बुधवार को ईडी की टीम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूर्व सीएम भूपिंदर हुड्डा से पूछताछ कर रही है। खबरों के मु्ताबिक ये उनसे यह पूछताछ सुबह से चल रही है। यह कब तक चलेगी इस संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। उनसे यह पूछताछ मानेसर लैंड स्कैम में हो रही है।

इससे पहले ED की टीम ने हरियाणा के मानेसर में जमीन घोटाला (Manesar Land Scam) मामले में दूसरी सप्लीमेंटरी चार्जशीट दाखिल की थी। गौरतलब है कि हुड्डा सरकार के कार्यकाल में बहुचर्चित मानेसर जमीन घोटाला मामला सामने आया था। इसी मामले में अन्य आरोपियों के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा को भी आरोपी बनाया गया था।

मानेसर में जमीन घोटाले का है आरोप

आरोप है कि अगस्त 2014 में प्राइवेट बिल्डर्स ने हरियाणा सरकार के कुछ लोगों के साथ मिलीभगत कर गुरुग्राम के मानसेर, नौरंगपुर और नखड़ौला गांवों के किसानों को भूमि अधिग्रहण का डर दिखाकर उनकी करीब 400 एकड़ जमीन सस्ते दाम में खरीद ली थी। आरोप है कि हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे बिल्डरों को औने-पौने दाम में बेच दिया था।

चार्जशीट के मुताबिक हरियाणा सरकार ने साल 2004 में एक नोटिफिकिशन निकाला था जिसमें कहा गया था कि सरकार मानेसर में 912 एकड़ में Industrial Model Township लेकर आयेगी और इसके लिये मानेसर के किसानों की जमीन को भी लिया जायेगा। आरोप है कि बिल्डरों के कहने पर ही सरकार ने जमीन अधिग्रहण का नॉटिफिकेशन निकाला और बिल्डरों ने जमीन को सस्ते दामों में खरीद लिया। बाद में सरकार ने साल 2007 में ये नॉटिफिकेशन वापिस ले लिया था। इससे जमीन मालिकों को करीब 1500 करोड़ का नुकसान हुआ था।

भूपेंद्र हुड्डा समेत 34 आरोपी

ED ने अपनी जांच गुरूग्राम पुलिस और बाद में CBI की दर्ज FIR के बाद शुरू की थी। CBI ने इसमें हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा समेत 34 लोगों को आरोपी बनाया था जिसके बाद ED ने इसमें मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज किया था। इसमें अब तक 108.79 करोड़ की संपति भी अटैच की जा चुकी है।