अर्थव्यवस्था के मोर्चे से अच्छी खबर सामने आई है। तीसरी तिमाही में 8.4% जेडीपी ग्रोथ दर्ज की गई है। सरकार का खुद का अनुमान 7 फीसदी का था, लेकिन असल आंकड़ा उससे काफी बेहतर निकला है। चुनावी मौसम में अर्थव्यवस्था के लिए आए ये अच्छे दिन सरकार को बड़ी राहत देने का काम कर सकते हैं। मैन्युफैक्चरिंग और सरकारी खर्च में जो बड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है, उसी ने अर्थव्यवस्था में भी ये तगड़ी जान फूंकी है।
जानकारी के लिए बता दें कि इस समय भारत की अर्थव्यवस्था सबसे तेजी से बढ़ने वाली इकोनॉमी बनी हुई है। पूरी दुनिया में भारत का तमगा नंबर 1 चल रहा है, हर क्षेत्र में देश की तरक्की अप्रत्याशित दिख रही है। इसी कड़ी में अर्थव्यवस्था के मोर्चे से आई ये खबर सरकार को और बड़ी इम्यूनिटी देने वाली है। पिछली तिमाही में विकास दर 7.6 फीसदी दर्ज की गई थी, यानी कि इस बार उससे भी कई गुना बेहतर ग्रोथ देखने को मिली है।
अब ये तेज रफ्तार को देखते हुए एनएसो ने भी अपने अनुमानों को संशोधित कर दिया है। पहले कहा गया था कि वित्त वर्ष 2023-24 के लिए देश की ग्रोथ रेट 7.3 फीसदी रह सकती है। लेकिन अब उस आंकड़े को बढ़ाकर 7.6 फीसदी कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस तेज ग्रोथ रेट पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने जोर देकर कहा है कि इससे विकसित भारत का संकल्प मजबूत होगा।
पीएम मोदी ने बोला कि 8.4 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती दिखाता है। हमारे प्रयासों से ये रफ्तार और ज्यादा बढ़ेगी और इससे 140 करोड़ भारतीयों की जिंदगी बेहतर होगी और विकसित भारत बनाने की दिशा में और तेज कदम बढ़ेंगे।