प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (27 मई) को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया। यह 14 लेन वाला देश का पहला हाइवे है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे में 6 लेन का एक्सप्रेसवे और दिल्ली के निजामुद्दीन ब्रिज से यूपी बॉर्डर तक 4+4 सर्विस लेन शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने अपना रोड शो निजामुद्दीन ब्रिज से शुरू किया और करीब 6 किलोमीटर की यात्रा के बाद बागपत के लिए उड़ान भरी। यहां उन्होंने बहु-प्रतीक्षित ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे (EPE) का उद्घाटन किया जिसे 11,000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार, 135 किलोमीटर लंबा EPE देश का पहला स्मार्ट और ग्रीन हाइवे है जिसे रिकॉर्ड 500 दिनों में पूरा किया गया है।
दिल्ली में प्रधानमंत्री ने इस प्रोजेक्ट पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। गडकरी ने कहा, ”50,000 वाहनों को, जिन्हें दिल्ली आने की जरूरत नहीं होती थी, अब उन्हें शहर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं है और उन्हें डायवर्ट कर दिया जाएगा। इस वजह से प्रदूषण और यातायात समस्या का महत्वपूर्ण ढंग से सामाधान होगा।” उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे में केवल तय की गई दूरी के आधार पर टोल लिए जाएंगे और वाहनों की बाधा रहित आवाजाही के लिए इलेक्ट्रॉनिक तरीके से टोल वसूला जाएगा।
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यहां के गन्ना किसानों के लिए भी हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। पिछले वर्ष ही हमने गन्ने का समर्थन मूल्य लगभग 11% बढ़ाया था। इससे गन्ने के 5 करोड़ किसानों को सीधा लाभ हुआ था। गन्ना किसानों को चीनी मिलों से बकाया मिलने में देरी न हो, इससे जुड़ा एक बड़ा फैसला लिया गया है। सरकार ने तय किया है कि प्रति क्विंटल गन्ने पर 5 रुपए 50 पैसे की आर्थिक मदद चीनी मिलों को दी जाएगी। ये राशि चीनी मिलों को न देकर सीधे गन्ना किसानों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी। मैं यहां के गन्ना किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार उनकी दिक्कतों के प्रति संवेदनशील है और बहुत कड़ाई के साथ गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है। : पीएम
अब किसानों के बीच भी एक झूठ फैलाया जा रहा है कि जो किसान खेत ठेके पर या बंटाई पर देगा, उससे 18% जीएसटी लिया जाएगा। मैं अपने किसान भाइयों से कहना चाहता हूं कि ऐसी किसी अफवाह पर ध्यान नहीं दें, बल्कि जो अफवाह फैलाए, उसकी प्रशासन से शिकायत भी करें। : पीएम
आज देश के लोग देख रहे हैं कि अपने सियासी फायदे के लिए ये लोग सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर भी खुलेआम झूठ बोल जाते हैं। चाहे दलितों पर अत्याचार से जुड़े कानून की बात हो या फिर आरक्षण की बात, झूठ बोलकर, अफवाह फैलाकर ये लोगों को भ्रमित करने की साजिश करते रहे हैं। : पीएम
इन्हें (विपक्ष) देश का विकास भी मजाक लगता है। उन्हें स्वच्छ भारत के लिए किया गया काम मजाक लगता है, उन्हें गरीब महिला के लिए बनाया गया शौचालय मजाक लगता है। सच्चाई ये है कि गरीबों के लिए, दलितों-पिछड़ों-आदिवासियों के लिए जो भी कार्य किया जाता है, कांग्रेस और उसके साथ चलने वाले दल या तो उसमें रोड़े अटकाने लगते हैं, या उसका मजाक उड़ाते हैं। : पीएम
ये हमारी सरकार के लिए सौभाग्य की बात है कि हम बाबा साहब आंबेडकर से जुड़े पांच स्थानों को पंच तीर्थ के तौर पर विकसित कर रहे हैं। दलित और पिछड़े भाई-बहनों के लिए अवसरों के साथ-साथ उनकी सुरक्षा और न्याय के लिए भी बीते चार वर्षों में कई काम किए गए हैं। दलितों पर अत्याचार के कानून को हमने और कड़ा किया है। : पीएम
हम महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए भी निरंतर काम कर रहे हैं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने देश में साढ़े 7 करोड़ शौचालय हो या फिर उज्जवला योजना के तहत दिए गए 4 करोड़ गैस कनेक्शन, इन्होंने महिलाओं के जीवन को आसान बनाने का काम किया है। वहीं मुद्रा योजना के तहत जो लगभग 13 करोड़ लोन दिए गए हैं, उनमें से 75 प्रतिशत से अधिक महिला उद्यमियों को मिले हैं। बीते चार वर्ष में हमने बेटियों को सम्मान दिया और सशक्त बनाया है। : पीएम
मेक इन इंडिया के माध्यम से देश में मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसका परिणाम ये हुआ कि चार वर्ष पहले तक जहां देश में सिर्फ 2 मोबाइल फोन बनाने वाली फैक्ट्रियां थीं, आज 120 फैक्ट्रियां हैं। : पीएम
हमारी सरकार की रफ्तार का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि कांग्रेस सरकार जहां अपने चार साल में सिर्फ 59 पंचायतें ही ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ पाई, वहीं हमने एक लाख से अधिक पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ दिया है। काम कैसे होता है मेरा देश भली भांति इससे अनुभव कर रहा है। : पीएम
इस वर्ष के बजट में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत 5 लाख करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके तहत लगभग 35 हज़ार किलोमीटर हाईवे बनाए जा रहे हैं। जहां-जहां ट्रांसपोर्ट की ये सुविधाएं खड़ी की जा रही हैं, वहां-वहां नए उद्योगों के अवसर भी तैयार किए जा रहे हैं। इसी सोच के साथ इस साल बजट में यूपी में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण का भी ऐलान किया गया है। : पीएम मोदी
बीते चार वर्षों में 3 लाख करोड़ से अधिक खर्च कर 28 हज़ार किलोमीटर से अधिक के नए हाईवे बनाए चुके हैं। चार वर्ष पहले तक जहां एक दिन में सिर्फ 12 किलोमीटर हाईवे बनते थे, आज लगभग 27 किलोमीटर हाईवे बनाए जा रहे हैं। : पीएम मोदी
सवा सौ करोड़ देशवासियों का जीवन स्तर ऊपर उठाने में देश के आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। यही सबका साथ, सबका विकास का रास्ता है, क्योंकि इंफ्रास्ट्रक्चर जात-पात, पंथ-संप्रदाय, ऊंच-नीच, अमीर-गरीब में भेद नहीं करता। : पीएम
हमारी सरकार ने प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लेते हुए दिल्ली के चारों ओर एक्सप्रेसवे का एक घेरा बनाने का बीड़ा उठाया। ये दो चरणों में बनाया जा रहा है। इसमें से एक चरण यानि ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे का भी थोड़ी देर पहले लोकार्पण किया गया है। : पीएम
इतना स्नेह तब होता है, जब सेवक से उसका विधाता खुश हो। आज जब इस नई सड़क पर चलने का अवसर मुझे मिला तो अनुभव किया कि 14 लेन का सफर दिल्ली-NCR के लोगों के जीवन को कितना सुगम बनाने वाला है। कहीं कोई रुकावट नहीं, एक से एक आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल, कंक्रीट के साथ हरियाली का भी मेल है। : पीएम
आज भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में एनडीए सरकार के 4 साल पूरे होने पर आपका ये प्रधानसेवक फिर आपके सामने नतमस्तक है। आज बागपत, पश्चिम यूपी और दिल्ली-NCR वालों के लिए बहुत बड़ा दिन है। दो बहुत बड़ी सड़क परियोजनाओं का आज लोकार्पण किया गया है। : पीएम
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के लोकार्पण के अवसर पर मैं उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का आभार करता हूं। इस ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे को 500 दिनों के अंदर इस एक्सप्रेसवे का निर्माण करके माननीय नितिन गडकरी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने जो एक नई कार्यसंस्कृति को जन्म दिया है मैं इसके लिए आदरणीय गडकरी को भी अभिनन्दन करता हूं।
पीएम मोदी दिल्ली के निजामुद्दीन में लगी प्रदर्शनी देखने पहुंच गए हैं। उनके साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद हैं। फिलहाल वे प्रोजेक्ट का 3डी मॉडल देख रहे हैं।
यह पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जिसमें दिल्ली से डासना के बीच करीब 28 किलोमीटर तक साइकिल ट्रैक होगा। हाइवे के किसी एक तरफ ढाई मीटर का साइकिल ट्रैक भी रखा गया है।
यह दुनिया का पहला ऐसा पुल है जिसमें वर्टिकल गार्डन के साथ सोलर पावर सिस्टम और ड्रिप इरिगेशन का इस्तेमाल किया गया है।
गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वी पेरिफेरल एक्सप्रेसवे रिकार्ड 500 दिनों में बनकर तैयार हुआ है और यह दिल्ली को ट्रैफिक जाम से छुटकारा दिलाएगा और इससे प्रदूषण में कमी आएगी। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे में केवल तय की गई दूरी के आधार पर टोल लिए जाएंगे और वाहनों की बाधा रहित आवाजाही के लिए इलेक्ट्रॉनिक तरीके से टोल वसूला जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही एक्सप्रेसवे पर चार मेगावाट क्षमता वाले आठ सौर संयंत्र लगाए गए हैं।
8.36 किलोमीटर लंबे(स्ट्रेच) दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को बनाने में 841.50 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसकी लंबाई निजामुद्दीन ब्रिज से शुरू होकर दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा तक है और इसमें 14 लेन हैं। गडकरी ने कहा, "यह स्ट्रेच पहले के संभावित निर्माण अवधि 30 माह के बदले केवल 17 माह के ही रिकार्ड समय में बनकर तैयार हो गया।" गडकरी ने कहा, "यह 14 लेन के साथ देश का पहला राष्ट्रीय राजमार्ग है और इसमें कई विशेषताएं हैं, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी। इसमें दोनों तरफ 2.5 मीटर लंबे साइकिल ट्रेक आदि की सुविधा दी गई है।"