हरियाणा के झज्जर जिले में शुक्रवार को भूकंप आया है। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.3 मापी गई है। ये जानकारी नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने दी है। झज्जर में रात 8 बजकर 15 मिनट पर ये झटके महसूस किए गए हैं। इस भूकंप का केंद्र धरती की सतह के 5 किलोमीटर अंदर बताया जा रहा है। हालांकि अभी तक किसी जान माल के नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
भूकंप के झटके महसूस करने पर यहां के लोग घबरा गए और अपने घरों के बाहर निकल आए। वे काफी देर तक डर की वजह से घरों के अंदर नहीं गए। हालांकि भूकंप की तीव्रता कम थी, इसलिए किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। लोग सोशल मीडिया पर भी भूकंप के पोस्ट शेयर करते दिखाई दिए और अपने परिजनों और दोस्तों का हाल-चाल भी लेते रहे।
इससे पहले गुरुवार को गुजरात के द्वारका में भूकंप आया था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 5.5 मापी गई थी। NCS का कहना था कि भूकंप का केंद्र द्वारका से 223 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में पाकिस्तान में था।
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के सिरोंचा तालुका में भी 31 अक्टूबर को 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई थी। गढ़चिरौली जिला कलेक्ट्रेट ने बताया था कि भूंकप का केंद्र सतह से 77 किलोमीटर नीचे था।
क्यों आता है भूकंप: पृथ्वी के अंदर कुछ प्लेट्स हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं और जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लग जाती हैं। इससे नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती लगती है। ऐसे में जो डिस्टर्बेंस होता है, उसके बाद भूकंप आता है। इन्हें टेक्टॉनिक प्लेट कहते हैं। इसके कारण भूकंप के अलावा ज्वालामुखी विस्फोट की आशंका भी रहती है। 3 से 3.9 तक की तीव्रता का कोई भूकंप जब आता है तो ऐसा महसूस होता है कि जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजरा हो।