पाकिस्तान के बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी मूल की एक महिला को तीन महीने पड़ोसी देश में गुजारने पड़े। करीब तीन महीने बाद महिला सुमैरा फारूकी ने भारत पहुंचने के बाद हैदराबाद में अपने पति से मिलकर बहुत खुश हुई।

महिला ने अपने दो बच्चों के साथ पति से मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया। सुमैरा ने भारत लौटने में मदद के तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का भी शुक्रिया अदा किया। महिला ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘मेरी ख्वाहिश थी कि मैं ईद अपने परिवार वालों के साथ हैदराबाद में मनाऊं। मैं बहुत खुश हूं कि मुझे अपने परिवार के साथ ईद मनाने का मौका मिल गया।’

सुमैरा ने कहा, ‘मैं अपने मामले को उठाने और वीजा हासिल करने में मदद के लिए तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करती हूं।’ पाकिस्तानी मूल की महिला सुमैरा 28 दिसंबर 2018 के अपने बीमार पिता को देखने पाकिस्तान गई थी।

सुमैरा ने बताया कि उसकी शादी साल 2011 में हैदराबाद के रहने वाले शैक एजाज मोहियुद्दीन से हुई है। इसके बाद से वह अपने पति और दो बच्चों के साथ यहीं रह रही है। उसने कहा कि पिछले साल मेरे पिता को स्ट्रोक आया था। इसके बाद मैं अपने दो बच्चों को साथ उन्हें देखने गई थी।

सुमैरा का कहना था कि उसे 27 फरवरी को लाहौर से लौटना था। उसने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण उनका विमान यात्रियों को लेकर उड़ान नहीं भर सका। इसके बाद उन्हें 5 दिन तक लाहौर एयरपोर्ट पर रुकना पड़ा। सुमैरा ने कहा कि जब मैंने यहां कि स्थिति के बारे में अपने पति और सास को बताया तो उन लोगों ने विदेश मंत्रालय से इस मामले में हस्तक्षेप करने को कहा।

उसने कहा कि पाकिस्तान में फंसने के कारण उसका वीजा 3 मार्च को एक्सपायर हो गया। इसके कुछ दिन बाद उसके बच्चों का वीजा भी एक्सपायर हो गया। 30 मई को वह वापस भारत पहुंच कर अपने परिवार से मिल गई।