राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने बंपर वोटों से जीत दर्ज की। इस चुनाव में मुर्मू को आंध्र प्रदेश, नागालैंड और सिक्किम में पूरे सदन का समर्थन मिला। वहीं केरल में भी एनडीए उम्मीदवार को एक वोट मिला। इस एक वोट को लेकर खूब चर्चा हो रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस राज्य के विधानसभा में 140 सदस्य हैं। इसमें भाजपा का एक भी विधायक नहीं है। इसके बावजूद द्रौपदी मुर्मू को एक वोट मिला।
इस एक वोट पर भाजपा ने खुशी जताई है। पार्टी का कहना है कि केरल में कम्युनिस्ट पार्टी का शासन है, इसके बाद भी द्रौपदी मुर्मू जी को 1 वोट मिला है, यह एक वोट 139 पर भारी है। राज्य के बीजेपी अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि नकारात्मकता के 139 वोटों के मुकाबले 1 वोट का महत्व ज्यादा है। बता दें कि केरल में माकपा, एलडीएफ और कांग्रेस ने यशवंत सिन्हा को समर्थन देने की घोषणा की थी।
क्या रही राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की स्थिति:
राष्ट्रपति चुनाव 2022 में कुल 4754 वोट पड़े। इसमें द्रौपदी मुर्मू को संसद से कुल 540 वोट और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 2,284 वोट मिले। उन्हें मिले वोटों की वैल्यू 6,76,803 रही। वहीं यशवंत सिन्हा को संसद से 208 वोट, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 1,669 वोट मिले। उनके कुल वोटों की वैल्यू 3,80,177 रही। इस चुनाव में अमान्य वोटों की संख्या 53 रही। जबकि 2017 में यह संख्या 77 थी।
द्रौपदी मुर्मू को कुल 4701 वैध वोटों में से 2824 वोट मिले, जबकि विपक्ष के यशवंत सिन्हा को सिर्फ 1877 वोट मिले। इस तरह से मुर्मू ने कुल वैध मतों का 64.03 प्रतिशत हासिल किया।
तेलंगाना में एनडीए उम्मीदवार को सिर्फ 3 वोट मिले तो यशवंत सिन्हा को 113 वोट मिले। वहीं पश्चिम बंगाल में मुर्मू को 71 वोट, कर्नाटक में 150 मिले।
क्रॉस वोटिंग:
बीजेपी नेताओं के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 12, गोवा में 4, गुजरात में 10 और असम में 22 विधायकों ने मुर्मू को क्रॉस वोट दिया। भाजपा का दावा है कि संसद के दोनों सदनों के 17 सांसदों और अलग-अलग राज्यों के 126 विधायकों ने अपनी पार्टी लाइन से अलग जाकर मुर्मू को वोट दिया।