आजकल लोगों की दिनचर्या इतनी व्यस्त होती है कि वे अपने बारे में सोच ही नहीं पाते हैं। जबकि अपने आत्मविश्वास को बनाए रखने और ऊर्जा से भरपूर रहने के लिए हमें न केवल अपने बारे में सोचना है बल्कि खुद की प्रशंसा भी करनी चाहिए। कई लोगों को खुद की तारीफ करना बेहद कठिन कार्य लगता है। इसके लिए आपको अपनी दिनचर्या में से कुछ मिनट का समय ही निकालना होगा। सुबह उठकर सबसे पहले अपने बारे में कुछ अच्छे वाक्य कहें। इन अच्छी बातों में आपकी अच्छी आदतें, अच्छे कौशल या ऐसा कोई बेहतर कार्य जो आपने हाल ही में किया हो। जब आप खुद से खुश होंगे तो इसका प्रभाव आपके आसपास रहने वालों पर भी पड़ेगा।

अन्य लोगों की प्रेरणादायक कहानियां पढ़कर भी आप अपने आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए आपको दिन में 10-15 मिनट का समय चाहिए। जैसे-जैसे आप इन कहानियों को पढ़ते जाएंगे, आपका आत्मविश्वास भी धीरे-धीरे बढ़ता जाएगा। किसी भी व्यक्ति के अंदर तब तक आत्मविश्वास पैदा नहीं किया जा सकता है जब तक उसके अंदर से डर को बाहर न किया जाए।

कई बार लोग पहला कदम उठाने से ही डरते हैं और वे कभी सफल नहीं हो पाते हैं। आपको सबसे पहले अपने डर को पहचानना है और उसके बाद उस डर पर काबू पाने की कोशिश करनी है। आप अपने अंदर से डर को पूरी तरह से खत्म तो नहीं कर पाएंगे लेकिन जितना आप इस पर काबू करेंगे, आपका लक्ष्य उतना ही करीब आता जाएगा।

कई शोधों से यह साबित हुआ है कि जब हम प्रकृति के साथ समय बिताते हैं तो हमारा आत्मविश्वास तो बढ़ता ही है साथ ही हमारी कार्य कुशलता भी बढ़ती है। इसके अलावा प्रकृति का साथ हमारी याददाश्त पर भी सकारात्मक असर डालता है। इसलिए हमें जब भी मौका मिले सब काम छोड़कर प्रकृति के साथ समय बिताने के लिए निकल जाना चाहिए।