टैरिफ को लेकर अमेरिका और भारत के बीच सब कुछ सही नहीं है। अमेरिका ने भारत पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया है। वहीं 27 अगस्त से 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ भी लागू होने वाला है। इस बीच जर्मनी के एक लोकप्रिय अखबार ने बड़ा दावा किया है। जर्मन अखबार में दावा किया गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात करने की कोशिश की, लेकिन बात हो नहीं पाई।

ट्रंप ने 4 बार बात करने की कोशिश की

जर्मन अखबार Frankfurter Allgemeine के अनुसार पीएम मोदी ने पिछले कुछ हफ़्तों में अपने अमेरिकी राष्ट्रपति के फोन को कम से कम चार बार ठुकरा दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2025 में डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुरू किए गए ज़्यादातर ट्रेड वॉर में एक ही पैटर्न रहा है। पहले भारी घाटे पर असंतोष व्यक्त करो और फिर हाई टैरिफ की धमकियां दो।

रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ट्रंप टैरिफ लगाने से पहले ही राहत दे देते थे। कई मामलों में हाई टैरिफ की घोषणा की जाती थी, लेकिन बाद में बातचीत के ज़रिए उन्हें कम कर दिया जाता था।

25% अतिरिक्त टैरिफ से पहले अमेरिका ने भारत को एक नोटिस जारी किया

जर्मन अखबार के आर्टिकल की शुरूआत में लिखा गया, “अब तक अमेरिकी राष्ट्रपति ने टैरिफ विवाद में सभी विरोधियों को परास्त कर दिया है लेकिन भारत को नहीं। इसके बजाय भारत चीन की ओर लौट रहा है और पुराने जख्मों को नजरअंदाज कर रहा है।”

जापानी अखबार भी कर चुका है दावा

जर्मन अखबार ने अपने दावे का सोर्स तो नहीं बताया। इस बीच एक जापानी अखबार Nikkei Asia ने भी पीएम मोदी द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति के फोन कॉल्स को टालने के बारे में ऐसी ही एक रिपोर्ट छापी, जिससे ट्रंप की हताशा और बढ़ गई।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार वाशिंगटन में अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि या खंडन करने से इनकार कर दिया कि ये कॉल की गई थीं या नहीं। लेकिन एक प्रमुख भारतीय राजनयिक ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि फ़ोन पर बातचीत करना प्रधानमंत्री मोदी की शैली नहीं है। इसके अलावा एक अन्य सूत्र ने कहा कि यह संभव है कि पीएम मोदी ने बातचीत के नतीजे को गलत तरीके से पेश किए जाने से बचाने के लिए कॉल टाल दी हो।