ड्रग्स केस में डॉन दाउद इब्राहिम के गुर्गे परवेज खान उर्फ चिकू पठान को डोंगरी में पुलिस ने धर दबोचा। चिकू को पिछले माह जब्त किए गए 30 लाख रुपए के ड्रग्स कनेक्शन में पकड़ा गया है। तब जुनैद शेख नाम का ड्रग पैडलर पुलिस के हत्थे चढ़ा था। उसके पास से पुलिस ने मेफेड्रोन बरामद की थीं। उसने बताया था कि सारे गोरखधंधे का मास्टर माइंड चिकू पठान है। पुलिस तभी से उसकी तलाश में थी। पुलिस का कहना है कि ड्रग्स का कारोबार वह माफिया डॉन दाउद इब्राहिम के इशारे पर चलाता है।
सोमवार को पुलिस को सूचना मिली थी चिकू डोगरी के खदक इलाके में छिपा है। रात 10 बजे जब उसे पकड़ने के लिए आपरेशन शुरू किया गया तो चिकू ने इजराइल मोहल्ले की तरफ भागने की कोशिश की। इस दौरान उसके इशारे पर इलाके में बहुत सारे लोग जमा हो गए। उन्होंने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। लेकिन आखिर में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर ही लिया। पुलिस का कहना है कि चिकू ड्रग्स की सप्लाई का काम लंबे अर्से से कर रहा था। उसके ऊपर कई केस दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी के बाद मुंबई की सड़कों पर फैले ड्रग्स कारोबार की कमर तोड़ने मे सफलता मिलेगी।
पुलिस का कहना है कि मेफेड्रोन का जाल मुंबई की सड़कों पर फैला हुआ है। बहुत से युवा इसका सेवन करते हैं। इसकी वजह से वे आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं। मेफेड्रोन किसी भी किचन लैब में आसानी से बनाया जा सकने वाला ड्रग है। बड़ी संख्या में युवा इसका सेवन करते हैं। इसे नाक के जरिए या फिर सिगरेट और सोडावाटर में डालकर लिया जा सकता है। पहले इस ड्रग की बिक्री स्कूली छात्रों को की गई। उन्हें बताया जाता था कि इसके सेवन से वे देर रात तक जागकर पढ़ाई कर सकते हैं, लेकिन इसकी लत का शिकार होने के बाद कई छात्र असमय मौत के मुंह में समा गए तो बहुतों को मानसिक बिमारियों ने अपना शिकार बना लिया।