सोमवार (19 सितंबर) को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों एवं अन्य अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की तो उसमें विदेश मंत्री सुषमा स्वराज नहीं दिखीं। इतनी अहम बैठक में सुषमा की गैर-मौजूदगी को लेकर लोग अटकलें लगाने लगे थे। अब सामने आई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सुषमा अधिकारियों के बीच हुई गफलत के कारण इस अहम बैठक में नहीं पहुंच सकीं। रिपोर्ट के अनुसार जिन अधिकारियों को पीएम मोदी की बैठक के आयोजन की जिम्मेदारी दी गई थी उन्हें लगा कि विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र जनरल एसेंबली में शामिल होने के लिए अमेरिका निकल चुकी हैं। हालांकि सुषमा बैठक के समय दिल्ली में मौजूद थीं और अपने जरूरी काम निपटा रही थीं। जब तक ये चूक सामने आई बैठक समाप्त हो चुकी थी।

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टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार सुषमा को बाद में इस गफलत के बारे में सूचित किया गया और उन्हें बैठक में हुई चर्चा के बारे में जानकारी दी गई। इस गफलत को लेकर विदेश मंत्रालय और  केंद्रीय सचिवालय के अधिकारियों को काफी हैरानी हुई क्योंकि दोनों को काफी जिम्मेदारी के साथ प्रोटोकॉल पर अमल करना होता है। सुषमा की गैर-मौजूदगी पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस ने पूछा था कि सुरक्षा पर कैबिनेट कमेटी की सदस्य सुषमा बैठक में क्यों नहीं मौजूद थीं?

प्रधानमंत्री निवास, 7 रेसकोर्स रोड पर आयोजित बैठक में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, वित्‍त मंत्री अरुण जेटली, राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग समेत कई वरिष्‍ठ अधिकारी मौजूद रहे। उरी हमले के बाद से ही भारत सरकार पर जवाबी कार्रवाई करने का दबाव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उरी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सूत्रों के अनुसार सैन्य अधिकारियों ने पीएम को तत्काल सीधी जवाबी कार्रवाई न करने की सलाह दी है। बैठक में भारत ने पाकिस्‍तान को कूटनीतिक तौर पर अलग-थलग करने का फैसला किया है।

रविवार (18 सितंबर) को जम्मू-कश्मीर के उरी स्थित ब्रिगेड मुख्यालय पर चार आतंकियों ने हमला कर दिया। हमले में 18 भारतीय जवान शहीद हो गए और 19 अन्य घायल हुए। जवाबी कार्रवाई में सभी आतंकी मारे गए। भारतीय अधिकारियों के अनुसार सभी आतंकी सीमापार से आए थे। हालांकि पाकिस्तान ने इससे इनकार किया है।

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