प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार के खिलाफ विमान में नारे लगाने वाली सोफिया को द्रमुक अध्यक्ष एम.के. स्टालिन का समर्थन मिला है। तूतीकोरिन हवाईअड्डे पर गिरफ्तार होने वाली युवती को जमानत दिए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए द्रमुक अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने तमिलनाडु सरकार से मंगलवार को उसके खिलाफ दाखिल मामले को वापस लेने का आग्रह किया है। स्टालिन ने एक बयान में कहा कि अन्नाद्रमुक सरकार को न केवल सोफिया के खिलाफ दाखिल मामले को वापस लेना चाहिए बल्कि भाजपा के उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जिन्होंने उसके परिवार को धमकाया है और जिसकी उसके पिता ने शिकायत दर्ज कराई है।

स्टालिन ने कहा कि लोकतंत्र में प्रत्येक व्यक्ति को सरकार की आलोचना करने का पूरा अधिकार है। स्टालिन ने कहा, ‘तमिलनाडु सरकार ने विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार के खिलाफ गैर लोकतांत्रिक एक्शन लिया है, जो कि निंदा के लायक है। उसे तुरंत ही छोड़ देना चाहिए। अगर हर कोई ऐसा कहने लगेगा तो आप कितने लोगों को गिरफ्तार करेंगे? मैं खुद भी यह बात कहूंगा, ‘फासिस्ट भाजपा गवर्नमेंट डाउन, डाउन’।’

25 वर्षीय सोफिया ने सोमवार को तूतीकोरिन जा रहे विमान में मोदी सरकार के खिलाफ नारे लगाए थे। उस विमान में वह तमिलनाडु की भाजपा इकाई की अध्यक्ष तमिलिसाई सुंदरराजन के पीछे बैठी हुई थी। सुंदरराजन ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि सोफिया ने सोशल मीडिया पोस्ट किया है कि वह भाजपा के खिलाफ नारे लगाएगी।

सुंदरराजन के मुताबिक, युवती ने कहा कि नारे लगाना उसका अधिकार है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि उसने हवाईअड्डे के प्रतीक्षालय में ‘बताए नहीं जा सकने वाले’ शब्दों का प्रयोग किया। कनाडा में शोध कर रही सोफिया ने घर लौटते वक्त भाजपा नेता को देख लिया, जिसके बाद वह अचानक खड़ी होकर चिल्लाने लगी, ‘फासिस्ट भाजपा गवर्नमेंट डाउन, डाउन’। तूतीकोरनि में उतरने के बाद भाजपा नेता ने छात्रा के साथ बातचीत की और पुलिस में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

सोफिया के पिता डॉक्टर ए.ए.सामी सेवानिवृत्त सरकारी डॉक्टर हैं। उनका कहना है, “पत्नी माधुरी और मैं बेटी को चेन्नई एयरपोर्ट लेने पहुंचे थे। वहां से तूतीकोरिन पहुंचने पर उसने बीजेपी नेता को देखा और नारेबाजी करने लगी। हम जैसे ही टर्मिनल की ओर बढ़े, तभी करीब 10 लोग आए और बेटी को घेर लिया। वे उससे गलत तरीके से बात कर रहे थे। उन्होंने उसे जान से मारने की धमकियां भी दीं। आगे एयरपोर्ट पुलिस ने मदद की और हमें सही-सलामत एक कमरे में ले जाया गया।”