डीएमडीके पार्टी के चीफ और एक्टर विजयकांत का गुरुवार को निधन हो गया। उन्हें कोविड पॉजिटिव होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सांस लेने में दिक्कत के बाद उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। विजयकांत को मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह MIOT अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन के बाद हॉस्पिटल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

विजयकांत ने 2005 में देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम (DMDK) पार्टी का गठन किया था। डीएमडीके ने 2006 में तमिलनाडु की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ा था। हालांकि चुनाव में सिर्फ विजयकांत को ही जीत मिली थी। 2009 के लोकसभा चुनाव में भी पार्टी लोकसभा की 40 में से 39 सीटों पर चुनाव लड़ी लेकिन किसी भी सीट पर उसे जीत नहीं मिली। चुनाव में पार्टी को 8.38 फीसदी वोट मिले। हालांकि इसके बाद 2011 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। पार्टी ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे 29 सीटों पर जीत मिली। वह चुनाव में AIADMK के बाद दूसरे नंबर की पार्टी बनी। विजयकांत नेता प्रतिपक्ष बने।

कैसा रहा सफर

विजयकांत ने करीब 154 फिल्मों में काम किया। विजयकांत के पास चेन्नई के चेंगलपेट के पास खुद का इंजीनियरिंग कॉलेज और कोयम्बेडु में मैरेज हॉल है। विजयकांत को तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जानकी रामचंद्रन, एमजीआर की पत्नी ने एमजीआर द्वारा अपने राजनीतिक अभियान के दौरान इस्तेमाल की गई वैन दी थी। इसके बाद वह राजनीति में आ गए। उन्होंने डीएमडीके पार्टी की स्थापना की। वह विरुधाचलम और ऋषिवंडियम से विधायक रह चुके हैं। वह 2011 से 2016 तक तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के नेता भी बने।

विजयकांत के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी शोक जताया है। उन्होंने ट्वीट किया कि विजयकांत जी के निधन से बेहद दुखी हूं। वह तमिल फिल्म जगत के एक दिग्गज अभिनेता थे। उनके करिश्माई प्रदर्शन ने लाखों लोगों का दिल जीत लिया। एक राजनेता के रूप में वह सार्वजनिक सेवा के प्रति गहराई से प्रतिबद्ध थे। उन्होंने तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा। उनका निधन एक ऐसा शून्य छोड़ गया है जिसे भरना मुश्किल होगा।