कर्नाटक की जेडीएस-कांग्रेस सरकार पर एकबार संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कांग्रेस और जेडीएस के करीब 11 विधायकों ने शनिवार (6 जुलाई 2019) को स्पीकर रमेश कुमार के दफ्तर पहुंचकर इस्तीफा सौंप दिया। विपक्ष में बैठी बीजेपी इसे सरकार बनाने के मौके की तरह देख रही है। इस बीच बीजेपी नेता बीएस येदुरप्पा ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता डी शिवकुमार ने स्पीकर ऑफिस में विधायकों के इस्तीफे पत्र को फाड़ दिया।

येदुरप्पा ने कहा ‘लोग डीके शिवकुमार के व्यवहार को देख रहे हैं। स्पीकर कार्यालय के अंदर उनके कुछ विधायक जो स्पीकर को इस्तीफा सौंपने पहुंचे थे उनके इस्तीफे पत्र को फाड़ दिया गया। यह निंदनीय है।’ वहीं डीके शिवकुमार ने अपने ऊपर लग रहे इन आरोपों पर कहा ‘मैं ऐसा क्यों नहीं करता? उन्हें (विधायकों) मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज करने दो। अगर वह मुझे जेल में देखने चाहते हैं तो मैं तैयार हूं। मैंने बहुत बड़ा खतरा ले लिया है।’ विधायकों के इस्तीफे पर उन्होंने कहा ‘वह इस्तीफा देने के पीछे बहुत छोटी-छोटी वजहों को गिना रहे हैं। यह हम सभी के लिए चौंकाने वाला है।’

बता दें कि राज्य में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन की सरकार को 13 महीने हो चुके हैं। अगर विधायकों के इस्तीफों को स्वीकार कर लिया जाता है तो गठबंधन का विधानसभा में बहुमत खत्म हो जाएगा। 224 विधायकों वाली विधानसभा में यह गठबंधन 104 सीटों पर सिमट जाएगा।

हालांकि स्पीकर ने कहा है कि 11 विधायकों के इस्तीफा पत्र को ले लिया गया है। मैं ऑफिस में नहीं था इसलिए विधायकों ने अधिकारियों को इस्तीफा सौंप दिया। सरकार गिरेगी या नहीं इसका फैसला विधानसभा में ही होगा। माना जा रहा है कि अगर विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए तो भाजपा निर्दलियों के समर्थन से सरकार बना सकती है।