कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने नोटबंदी पर सरकार पर निशाना साधा। शनिवार (19 नवंबर) को न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए दिग्विजय ने कहा, ‘बिना प्लानिंग के कदम उठाया है। ये परेशानी कम से कम 2-4 महीने और चलेगी।’ गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी का फैसला किया था। ऐलान किया गया था कि 30 दिसंबर के बाद से 500 और 1000 के नोट कागज के टुकड़ों के बराबर हो जाएंगे। कुछ-कुछ जगहों को छोड़कर ज्यादातर जगहों पर 8 नवंबर की रात से ही नोटबंदी लागू कर दी गई थी। तब से ही लोग परेशान हैं। बैंकों और एटीएम के बाहर लगातार लाइन बढ़ रही है। लोगों को हो रही परेशानी के मद्देनजर सरकार नए-नए कदम भी उठाती रही है। लेकिन उससे कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा।
नोटबंदी पर विपक्ष लगातार मोदी सरकार को घेरने की कोशिश में लगा है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने 55 व्यक्तियों की एक सूची जारी की जिन्होंने उच्च मूल्य के नोट चलन से बाहर होने के मद्देनजर बैंकों एवं एटीएम के बाहर पंक्ति में खड़े रहने के दौरान अपनी जान गंवाई। रणदीप सुरजेवाला ने उन सबके परिवारों को मुआवजे के साथ ही उनकी मौत की जांच की भी मांग की। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘तानाशाह प्रधानमंत्री के कठोर निर्णय के चलते 55 मौतें हुईं। इसके लिए कौन जिम्मेदार है? प्रधानमंत्री को उन व्यक्तियों के परिवारों से माफी मांगनी चाहिए जिन्होंने अपनी जान गंवाई और उन्हें देश से भी माफी मांगनी चाहिए। यह उनके असंगत निर्णय के चलते हुआ।’
इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नोटबंदी के खिलाफ एकजुट होकर दिल्ली की आजादपुर मंडी में प्रदर्शन किया था। ममता बनर्जी ने शिवसेना के नेताओं के साथ मिलकर राष्ट्रपति भवन तक एक किलोमीटर का पैदल मार्च भी किया था। उन्होंने नोटबंदी का फैसला वापस लेने के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा था।
Bina planning ke kadam uthaya gaya, ye pareshaani kam se kam 2-4 mahine aur chalegi: Digvijaya Singh,Congress #demonetization pic.twitter.com/ragBPGhAfo
— ANI (@ANI) November 19, 2016